आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चंडीगढ़,पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान मंगलवार को थाना जमालपुर, कमिशनरेट लुधियाना के अधीन पड़ती पुलिस चौकी रामगढ़ में मुख्य मुंशी के तौर पर तैनात हवलदार सुखदेव सिंह को दो किश्तों में 1,15,000 रुपए की रिश्वत मांगने और लेने के दोष अधीन गिरफ़्तार किया है।
यह प्रगटावा करते हुये आज यहाँ राज्य विजीलैंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त पुलिस मुलाज़ीम को जनकपुरी, लुधियाना शहर के निवासी कपिल ओबरॉय की तरफ से मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पर दर्ज करवाई गई शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस शिकायत की पड़ताल के दौरान पता लगा कि मुलजिम हवलदार सुखदेव सिंह अन्य पुलिस मुलाजिमों के साथ मिल कर शिकायतकर्ता के चाचा स्क्रैप डीलर कैलाश गर्ग को पुलिस चौकी रामगढ़ में लेकर लाया और चोरी का स्क्रैप समान खरीदने के बहाने उसे धमकी दीं और उसके लड़के दीपक गर्ग से 65,000 और 50,000 रुपए की दो किश्तों में 1,15,000 रुपए की रिश्वत की रकम ज़बरदस्ती ले ली और इसके बाद स्क्रैप डीलर कैलाश गर्ग को बिना किसी कानूनी कार्यवाही किये छोड़ दिया।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि पड़ताल के दौरान यह भी पाया गया है कि रिहाल नाम के एक व्यक्ति के रिश्तेदार सोबू ने उपरोक्त कैलाश गर्ग को चोरी स्क्रैप का समान बेचा था और इस स्क्रैप बेच कर सोबू ने उससे 2,82,000 रुपए की रकम प्राप्त की थी।
उन्होंने आगे खुलासा किया कि उपलब्ध बयानों और रिकार्डिंगों के अनुसार उक्त हवलदार सुखदेव सिंह ने भी सोबू के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही न करने के बहाने रिहाल से 5 लाख रुपए की रिश्वत की माँग की थी, जिसने डीलर कैलाश गर्ग को चोरी का स्क्रैप बेच कर 2,82,000 रुपए लिए थे।
उन्होंने बताया कि पड़ताल के दौरान उक्त मुलाज़ीम सुखदेव सिंह पर रिश्वत की रकम मांगने और स्वीकार करने के दोष साबित हो गए हैं और दोषी के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत थाना विजीलैंस ब्यूरो रेंज लुधियाना में मुकदमा दर्ज किया गया है।आगे जांच के दौरान पुलिस चौकी रामगढ़ के इंचार्ज ए. एस. आई. बरिन्दरजीत सिंह की भूमिका की भी जांच की जायेगी।
उन्होंने बताया कि मुलजिम सुखदेव सिंह को कल अदालत में पेश किया जायेगा।