आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। विश्व हिन्दू परिषद् का एक प्रतिनिधि मंण्डल सुरेश भारद्वाज (कानून एवं कानूनी यादगार, सहकारिता शहरी विकास, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, हाउसिंग संसदीय कार्य मंत्री, हिमाचल प्रदेश) से शिमला में उनके आवास पर हिमाचल प्रदेश में ‘धर्म की स्वतन्त्रता विधेयक – 2019’ विधेयक के नियमों को लागू करने एवं प्रदेश में ‘लव जिहाद’ के विरुद्ध कानून बनाने के बारे में विहिप प्रांत ट्रस्टी श्री अमन पुरी के नेतृत्व में मिला। यह जानकारी विश्व हिन्दू परिषद् के प्रांत संगठन मंत्री नीरज दौनेरिया ने आज शिमला से प्रैस को जारी एक वक्व्य में दी ।
नीरज दौनेरिया ने कहा कि देव भूमि हिमाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर भोली भाली हिन्दू लड़कियों को मुस्लिम समुदाय के लोग, जो बड़ी मात्रा में बाहरी राज्यों से काम के लिए आ रहे हैं, जो हेयर सैलून, व्यूटि पार्लर, फर्नीचर का काम, फल व्रिकेता का काम, सेव के बागानों मंे कार्य, लेबर वर्क, फेरी लगाकर कम्बल बेचने का काम, पर्यटन व्यवसाय में कार्य करने बाले मुस्लिम समुदाय के लोग संगठित नेटबर्क बनाकर एवं अपने मुस्लिम नाम को छिपाकर छद्म हिन्दू नाम बताकर लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बना रहे है।
यह भी पढ़ेः- https://www.aadarshhimachal.com/33-countries-get-court-notice-causing-environmental-crisis/
विगत कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर हिन्दू लड़कियां लव जिहाद का शिकार हुईं है। जिनकी ए्फ.आई.आर. प्रदेश के विभिन्न थानों मंे दर्ज है। सिरमौर, पांवटा साहिब, नाहन, नालागढ़, परवाणु, सोलन, शिमला, ठियोग, रामपुर, रोहड़ू, नेरवा चैपाल, बिलासपुर, सुन्दनगर, मण्डी, सरकाघाट, कुल्लू, मनाली, जोगिन्द्रनगर, कांगड़ा, पालमुपर, नूरपुर, चम्बा, तीसा, ऊना स्थानों में लव जिहाद घटनायें सार्वाधिक ध्यान में आईं हैं। इससे लगता की लव जिहाद सोची समझी एक साजिश के तहत संगठित रुप से संचालित किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि मानों ‘जिहाद के लिए लव’ किया जा रहा हो। विश्व हिन्दू परिषद् कई वर्षो से लव जिहाद के मामलों को प्रदेश सरकार के समक्ष उठाता रहा है। परन्तु कोई ठोस कानून न होने के कारण कानूनी कार्यवाही से अपराधी बचकर निकल जाते हैं, और हिन्दू लड़कियों का जबरन धर्म परिबर्तन ‘विवाह’ के नाम पर कर रहे हंै।
सितम्बर, 2009 में केरल हाईकोर्ट ने भी कहा 1996 से यह सिलसिला जारी है, इसमें कुछ मुस्लिम संगठन शामिल है जो कुछ अच्छे घरों की हिन्दू लड़कियों को टारगेट करते हैं, अदालत ने कहा की सरकार लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाए।
अभी हाल ही में उŸारप्रदेश हाईकोर्ट ने ऐसे ही मामले में कहा विवाह के लिए धर्म परिवर्तन जरुरी नहीं।
वर्ष 2011 में कर्नाटक विधानसभा में लव जिहाद के 84 लड़कियों का मामला उठाया गया जिसमें से 69 लड़कियों की बरामदगी के बाद उनहोने यह स्वीकार किया की उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया।
अभी हाल ही में हरियाणा के मेवात क्षेत्र में लव जिहाद का मामला सवके सामने कुमारी निकिता तोमर की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। ऐसी किसी बड़ी घटना का इंतजार करने से बेहतर है कि लव जिहाद का कानून हिमाचल में भी अन्य राज्यों की तरह बना लिया जाए। ताकि देव भूमि हिमाचल की बहन बेटियां सुरक्षित अपने हिन्दू जीवन मुल्यों में जीवन जी सकें। धर्म स्वतन्त्रता विधेयक- 2019 धर्मान्तरण के विरुद्ध हिमाचल सरकार ने कानून विधान सभा में पारित किया था लेकिन उस कानून के अभी तक नियम/उपनियम लागू नहीं किए जाने के कारण यह कानून अभी तक अमल में नही लाया जा सका है, जिसके कारण प्रदेश में लव जिहाद, धर्मान्तरण करने वाले अपराधियों के होंसले बुलन्द है। विश्व हिन्दू परिषद् की माॅग है हिमाचल प्रदेश सरकार शीघ्रता शीघ्र कानून को अमल में लाकर धर्म स्वतन्त्रता विधेयक – 2019 को विधिवत कानून बनाकर लागू करें। ताकि प्रदेश में धर्मान्तरण एवं लव जिहाद के षड़यंत्र को रोका जा सके।
इस मौके पर अमन पुरी (प्रांतीय ट्रस्टी) नीरज दौनेरिया (प्रांत संगठन मंत्री) नरेश दास्टा (विभाग संयोजक बजरंग दल) कुशल चंद (जिला संगठन मंत्री) भागेश शर्मा (जिला प्रचार प्रमुख) सुनील कुमार उपस्थित रहे।