प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने 56 हजार करोड़ रुपए से अधिक की विद्युत एवं बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर तेलंगाना की राज्यपाल, डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री, ए. रेवंत रेड्डी, तथा उत्तर पूर्वी क्षेत्र के केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं विकास मंत्री, जी. किशन रेड्डी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर, तेलंगाना में गीता कपूर, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन तथा श्री अखिलेश्वर सिंह, निदेशक (वित्त), एसजेवीएन भी समारोह में उपस्थित रहे। एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय, शिमला में श्री सलिल शमशेरी, कार्यकारी निदेशक (आईटी एंड एसई), श्री चंद्र शेखर यादव, कार्यकारी निदेशक (मा.सं.) और वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल रूप से समारोह में जुड़े।
गीता कपूर, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी का सभी को निर्बाध, विश्वसनीय और किफायती विद्युत आपूर्ति के लिए उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा संसाधनों से 500 गीगावॉट स्थापित क्षमता प्राप्त करने के श्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने के लिए एसजेवीएन की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। श्रीमती कपूर ने एसजेवीएन को इन विद्युत परियोजनाओं को कार्यान्वयन के लिए प्रदान करने हेतु माननीय केंद्रीय विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, श्री आर.के. सिंह, भारत सरकार और राज्य सरकारों का भी आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित और शिलान्यास की गई कुल 727 मेगावाट क्षमता की सात परियोजनाओं की निवेश लागत 5515 करोड़ रुपए है। इन परियोजनाओं से प्रतिवर्ष 2255 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पादन की संभावना है तथा प्रतिवर्ष 20,10,941 टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा।
एसजेवीएन एक विद्युत क्षेत्र सीपीएसई है, जिसने ऊर्जा के लगभग सभी क्षेत्रों में अर्थात हाइड्रो, थर्मल, पवन, सौर, पावर ट्रेडिंग तथा पावर ट्रांसमिशन में विविधता लाई है। एसजेवीएन वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साझा विजन को प्राप्त करने के लिए अग्रसर है।