पंजाब सरकार की पहल, गीले और सूखे कूड़े को वैज्ञानिक ढंग से किया जाएगा प्रबंधन

वेस्ट-टू-सोर्स और सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के विकल्पों के बारे में भी लगाई जा रही है प्रदर्शनी

 

वेस्ट-टू-सोर्स और सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के विकल्पों के बारे में भी लगाई जा रही है प्रदर्शनी
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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

चंडीगढ़। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बढ़िया अभियासों संबंधी एक दिवसीय राज्य स्तरीय वर्कशाप म्युंसिपल भवन, सैक्टर 35 चंडीगढ़ में करवाई गई, जिसका उद्घाटन स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने किया।

इस वर्कशॉप के दौरान स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के लोगों को साफ़ सुथरा और प्रदूषण मुक्त वातावरण मुहैया करवाने के लिए हर संभव प्रयत्न कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि गीले और सूखे कूड़े को स्रोत वाले स्थानों पर अलग-अलग करके इसका वैज्ञानिक ढंग से प्रबंधन किया जाये। उन्होंने भागीदारों और राज्य के लोगों को राज्य को साफ़ सुथरा बनाने के लिए सांझे तौर पर काम करने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए स्वच्छता और सेहत दोनों ही तत्व महत्वपूर्ण हैं।

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उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करते हुये कहा कि स्थानीय निकाय विभाग बढ़िया काम कर रहा है, जिसके नतीजे के तौर पर पंजाब ने स्वच्छ सर्वेक्षण अभ्यान-2022 में देश भर में पाँचवाँ स्थान हासिल किया था। मंत्री ने कहा कि राज्य की बाकी शहरी स्थानीय संस्थाओं को भी रैंक हासिल करने वाली शहरी स्थानीय संस्थाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने राज्य की शहरी स्थानीय संस्थाओं से उम्मीद जतायी है कि वह अपनी शहरी स्थानीय संस्थाओं में बेहतर सफ़ाई करें जिससे भविष्य के सर्वेक्षण में राज्य सफ़ाई मुहिम में अग्रणी स्थान हासिल कर सके।

स्थानीय निकाय विभाग के प्रमुख सचिव विवेक प्रताप सिंह ने भागीदारों को कहा कि राज्य की सभी शहरी स्थानीय संस्थाओं में कूड़े का उचित ढंग से प्रबंधन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की कई शहरी स्थानीय संस्थाओं ने इसमें अच्छी तरक्की की है, जिसने अन्य शहरी स्थानीय संस्थाओं के लिए एक मिसाल कायम की है। उन्होने अधिकारियों और कर्मचारियों को भी कहा कि वे योजनाबद्ध तरीके से काम करके राज्य के शहरों को कूड़ा मुक्त बनाने में योगदान डालें।

पी.एम.आई.डी.सी. की सी.ई.ओ. ईशा कालिया ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और राज्य को कूड़ा मुक्त बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत किये गए अलग-अलग कामों के बारे विस्तृत जानकारी दी। इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य मिशन को सफल बनाने के लिए कार्य योजना तैयार करना था और राज्य की अलग-अलग शहरी स्थानीय संस्थाओं की तरफ से कूड़ा प्रबंधन सम्बन्धी किये जा रहे बढ़िया अभ्यासों के बारे जानकारी दी गई। वर्कशॉप में ग़ैर रस्मिया कूड़ा इकट्ठा करने वाले, गीला, प्लास्टिक और सूखा कूड़ा, निर्माण और तोड़-फोड़ वाला कूड़ा, बाग़बानी अवशेष, विरासती अवशेष प्रबंधन आदि के बारे विस्तार में चर्चा की गई। इस मौके पर वेस्ट-टू-सोर्स और सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के विकल्पों के बारे एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें अलग-अलग संस्थाओं ने कूड़ा प्रबंधन और प्लास्टिक के विकल्पों को प्रदर्शित किया।

इस वर्कशॉप में नगर निगमों के कमिश्नर, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास और जनरल), कार्यकारी अधिकारी (नगर निगमों और नगर पंचायतों) और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।