बीते तीन दिनों से हो रही बारिश और बर्फबारी से लुढ़का तापमान,बागवानों की बढ़ी चिंता

 ऊंचाई वाले भागों में बर्फबारी होने से सैकड़ों गांव में बिजली आपूर्ति बाधित 

ऊंचाई वाले भागों में बर्फबारी होने से सैकड़ों गांव में बिजली आपूर्ति बाधित 

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मौसम विभाग के मुताबिक 25 मार्च तक मौसम खराब रहने की संभावना,कई स्थानों पर अंधड़ चलने व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट भी जारी 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला।  हिमाचल प्रदेश में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। सोमवार रात को प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसे। आज भी राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में मौसम खराब बना हुआ है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 25 मार्च तक मौसम खराब रहने की संभावना है। इस दौरान कई भागों में बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। कई स्थानों पर अंधड़ चलने व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है। ताजा बारिश-बर्फबारी से प्रदेश में शीतलहर बढ़ गई है। वहीं, मार्च महीने में तापमान में आई गिरावट से बागवानों की चिंता बढ़ गई है। तापमान लुढ़कने से सेब की फ्लावरिंग प्रक्रिया धीमी हो गई है तो वहीं अगर आने वाले दिनों में भी ऐसा ही मौसम बना रहा तो फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि अभी फ्लावरिंग के लिए समय है लेकिन मौसम ऐसा ही बना रहता तो इससे सेब की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक अच्छी फ्लावरिंग के लिए 16 से 25 डिग्री सेल्सियस का तापमान होना आवश्यक है लेकिन बीते तीन दिनों से हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान लुढ़क गया है। इसका सीधा असर सेब के बगीचों में देखने को मिल रहा है।बागवानी विशेषज्ञ डॉ, नरेंद्र कायथ ने बताया कि तापमान में भारी गिरावट आई है। इस कारण फ्लावरिंग की प्रक्रिया में देरी हो गई है। अभी सेब की फ्लाविंरग में समय है लेकिन फ्लावरिंग के समय में तापमान कम रहता है तो इसका प्रतिकूल प्रभाव असर फसल पर पड़ सकता है।

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 किन्नौर व ऊपरी शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी रुक-रुक कर बारिश व बर्फबारी जारी है। पूरा क्षेत्र फिर से शीतलहर की चपेट में आ गया है। कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर व चौपाल के खिड़की में में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। हालांकि, वाहनों की आवाजाही सामान्य है। चालकों सतर्कता बरतते हुए वाहन चलाने की सलाह दी गई है।  नारकंडा के हाटू पीक पर करीब एक फीट बर्फबारी हुई है। सिरमौर जिले के बारिश-बर्फबारी से हरिपुरधार क्षेत्र की 14 पंचायतों के सैकड़ों गांव में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बारिश से कहीं फसलों को संजीवनी मिली तो कहीं ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। शिकारी माता मंदिर की पहाड़ियों में लगभग 6 इंच से अधिक बर्फबारी हुई है।