आखिर क्यों मंत्री के आश्वासन के बाद भी सरकार ने नहीं लिया कोई फैसला : बबलू पंडित

इंटक ने दी चेतावनी अगर हड़ताली वर्करों की मांगें नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में होगा आंदोलन

भाविता जोशी

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सोलन: हिमाचल पथ परिवहन निगम में कार्यरत हड़ताल पर बैठे 933 पीस मिल वर्करों के समर्थन में इंटक ने अपनी आवाज बुलंद कर दी है। इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने कहा कि अगर सरकार ने इन पीस मिल वर्करों की मांगों पर जल्द से जल्द कोई फैसला नहीं लिया तो इंटक पूरे प्रदेश में आंदोलन छेड़ेगी।

 

तहसील, जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर इंटक निगम के पीस मिल वर्करों के हक में आवाज बुलंद करेगी। इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने बताया कि सभी पीस मिल कर्मचारियों को एक मुश्त अनुबंध की मांग पर सरकार गौर करे। पीस मिल वर्कर 5-6 वर्षों की पुरानी पॉलसी बहाल करने की मांग कर रहे हैं जो कि वर्ष 2017 से बंद है। निगम की कर्मशालाओं में रेगूलर स्टाफ न होने के कारण बसों की मेंटिनेस का कार्य पीस मिल वर्करों पर निर्भर है। लेकिन उन्हें मासिक वेतन इतना कम दिया जा रहा है कि महंगाई के इस दौर में घर चलाना भी उनके लिए मुश्किल है।

 

बबलू पंडित ने बताया कि अधिकतम पीस वर्कर कर्मचारियों को 7 से 10 साल हो गए हैं और 200 से अधिक पीस मिल कर्मचारियों की आयु 50 वर्ष से ज्यादा है। लेकिन फिर भी सरकार इनकी समस्याओं को समझ नहीं रही है। सरकार के परिवहन मंत्री द्वारा आश्वासन के बाद भी इन पीस मिल वर्करों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। जिसके चलते पिछले दो दिनों से पीस मिल वर्कर अब हड़ताल पर बैठे हैं। अगर सरकार ने जल्द से जल्द इनकी मांगों पर सहमती नहीं जताई तो इंटक पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी।

 

तहसील व जिला स्तर के साथ साथ प्रदेश में आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। बबलू पंडित ने कहा कि इंटक निगम के इन 933 पीस मिल वर्करों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। अगर सरकार ने इनकी मांगों को गौर नहीं किया तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।