माकपा विधायक राकेश सिंघा ने लगाए बिंदल पर विधानसभा में भर्तियों में धांधली के आरोप

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला। भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल की मुश्किलें हल होती नहीं नजर आ रही है। उन्हें पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग में हुए भ्रष्टाचार के आरोपों मे नाम आने पर अपने पद से इस्तीफा देने पड़ा था। लेकिन अब विधानसभा में उनके कार्यकाल में कुछ भर्तियों पर भी सवाल उठने लगे हैं। ताजा आरोप ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने उन पर लगाए हैं।

गुरूवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में राकेश सिंघा ने डा. राजीव बिंदल पर विधानसभा में की अक्तूबर 2019 में की गई कुछ भर्तियों में भाई-भतीजावाद का आरोप है।उन्होंने कहा कि इनमें डा. बिंदल ने लॉ ऑफिसर का नया पद सृजित कर अपने संबंधी व निज़ी सचिव की बेटी को भर्ती कर दिया। जबकि विधानसभा के आर एडं पी नियमों में ऐसे किसी पद का कोई जिक्र नहीं है।

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राकेश सिंघआ ने कहा कि विधानसभआ में की गई इन भर्तियों में डा. बिंदल ने अपनी पुरानी व नई विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को भर्ती किया है। इनमें तीन भर्तियां अपने चुनाव क्षेत्र नाहन व एक भर्ती अपने पुरान विधआनसभा क्षेत्र सोलन से उन्होंने की है। सोलन में जब वे नगर परिषद अध्यक्ष रहते एक तेजराम नामक के शख्स की भर्ती उन्होंने की थी, अब उनकी बीवी को विधानसभा में भर्ती कर दिया है।

एक भर्ती इनमें से भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष, शिमला संसंदीय क्षेत्र प्रभारी व खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया के बेटे की है। सिंघा ने समूचे मामले की न्यायिक जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि विजिलेंस की जितनी भी जांच आज तक हुई उनका कोई नतीजा नही निकल पाया। उन्हें सूचना है कि सरकार स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले में भी लीपापोती कर क्लीन चिट देने की फ़िराक में है। राकेश सिंघा ने इस सारे मसले पर मुख्यंमत्री से न्यायिक जांच की मांग की है।