आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से लगातार लोगों की जान जा रही है। भारी बारिश के कारण राज्य भर में जान माल का नुकसान बड़े पैमाने पर हो रहा है। राज्य में कही नदी -नाले उफान पर आ चुके हैं तो कहीं जगह-जगह से लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही है। इसके साथ ही कई वाहन और मवेशी नदी-नालों के तेज बहाव में बह गए है। ताजा मामले में राजधानी शिमला के ऊपरी क्षेत्र कोटखाई के पुजेली के समीप कलाला गांव में बीती रात भारी बारिश से एक ढारा भूस्खलन के कारण गिर गया। जिसके मलबे में दबकर नेपाली मूल के दो लोगों की मौत हो गई है।
मृतकों की पहचान भीम बहादुर उर्फ लालू (45) और पत्नी शीला (68) के तौर पर हुई है। जानकारी के मुताबिक, कलाला गांव में मलबे में दबकर नेपाली मूल के दो लोगों की मौत हो गई है। यह दंपति स्थानीय निवासी रोशन लाल के पास दिहाड़ी मजदूरी करते थे। यह हादसा शुक्रवार बीती रात के समय पेश आया है। स्थानीय लोगों ने मलबा हटाकर दोनों शवों को निकाल दिया है। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है और जांच में जुटी है ।
कलाला के स्थानीय निवासी रोशनलाल के पुत्र करन चंद का कहना है कि भीम बहादुर और शीला करीब दो महीनो से उनके पास काम कर रहे थे और हर रोज की तरह वे बीते शुक्रवार को शाम के समय दिहाड़ी मजदूरी करके लौटे और अपने डेरे में चले गए। रात करीब 1 बजे के समय भयंकर बारिश हुई तो उनका पूरा परिवार जाग गया और उन्होंने देखा कि उनके खेतों में जगह -जगह भूस्खलन होने से सेब के पेड़ नष्ट हो गए है लेकिन उन्हें इस बारे में बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि भूस्खलन का मलबा डेरे को भी तबाह कर सकता है।
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करन चंद का कहना है कि हररोज की तरह ही वे भीम बहादुर उर्फ लालू को काम के लिए आवाज देते थे और वह एक आवाज डालने पर ही तुरंत आ जाता था। शनिवार सुबह भी बार-बार आवाज देने पर उसने कोई उत्तर नही दिया। ऐसे में उन्हें थोड़ा शक हुआ तो वह उसे बुलाने के लिए डेरे की तरफ चले गए। जैसे ही वह डेरे के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनका डेरा भूस्खलन के मलबे के कारण पूरी तरह से दब गया है और भीम बहादुर उर्फ लालू और उसकी पत्नी शीला भी उसी में दब गए है।
करन चंद ने बताया कि इस घटना के बारे में उन्होंने स्थानीय लोगों को सूचित किया और मौके पर पहुंच कर स्थानीय लोग दोनों नेपाली दंपती को निकलने में जुट गए। हालांकि काफी मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद पुलिस को भी इस घटना के बारे में सूचना दी गई और पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों की जांच मे जुट गई है।
इसके अलावा करन चंद ने बताया कि बीती रात हुई बारिश ने उनका सब कुछ तबाह करके रख दिया है, उनके जगह -जगह से खेत गिर गए है साथ ही घर के साथ लगती दीवार भी ढह गई है जिससे उनके घर को भी खतरा बन गया है। ऐसे में उन्होंने प्रशासन से भूस्खलन से हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है।
आपको बता दें कि इसी तरह जुब्बल, ठियोग, कुमारसैन, कोटगढ़, चंबा के कई क्षेत्रों में भी बीती रात भारी बारिश से खूब नुकसान हुआ है।