आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। भाजपा के प्रदेश वरिष्ठ प्रवक्ता त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस द्वारा शुरू किए गए “वोट चोर अभियान” को पूरी तरह आधारहीन और भ्रामक करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा शिमला से दिल्ली रवाना किए गए दस्तावेजों का बंडल केवल एक “कागज़ी अभियान” है, जिसमें सच्चाई का कोई आधार नहीं है। त्रिलोक कपूर ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह केवल “वोट पर शोर” मचा कर अपनी राजनीति को जीवित रखने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के आरोपों में सच्चाई होती तो राहुल गांधी चुनाव आयोग को शपथपत्र या औपचारिक शिकायत प्रस्तुत करते, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इससे यह साबित होता है कि पूरा अभियान “मनगढ़ंत और राजनीति से प्रेरित” है।
इस दौरान भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पहले भी भ्रामक प्रचार करती रही है, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले संसदीय सत्र में राहुल गांधी और उनके सहयोगी मिंटा देवी नामक महिला की तस्वीर टी-शर्ट पर छपवाकर संसद पहुंचे थे, जबकि बाद में उसी महिला ने कांग्रेस की आलोचना की थी। कपूर ने कहा कि राहुल गांधी “नकली नाम, नकली फोटो और नकली मुद्दों” के सहारे जनता को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं, लेकिन हर बार असफल रहे हैं। त्रिलोक कपूर ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर गुटबाज़ी अपने चरम पर है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस भवन के एक ही हॉल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और मंत्री विक्रमादित्य सिंह के समर्थन में अलग अलग नारे लगे थे, जिससे यह स्पष्ट हो गया था कि हिमाचल कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के आपसी मतभेद और सत्ता संघर्ष अब छिपे नहीं हैं। कांग्रेस नेताओं की बयानबाज़ी उनकी अंदरूनी कमजोरी और जनसमर्थन के अभाव को दिखाती है।











