आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में स्क्रब टायफस पीड़ित मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा। आईजीएमसी में शुक्रवार को ठियोग के रहने वाले 49 साल के एक व्यक्ति की स्क्रब टायफस से मौत हो गई। इसके साथ ही अब प्रदेश में अब स्क्रब टायफस से 10वीं मौत हो चुकी है।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अब तक अस्पताल में इस बीमारी से दस लोगों की मौत हो चुकी है। आईजीएमसी में अब तक 1087 स्क्रब टायफस के सैंपलों की जांच की जा चुकी है। इनमें 337 मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं।
लगातार बढ़ते मामलों के चलते चिकित्सकों ने लोगों को हिदायत दी है कि खेतों में जब काम करते हैं तो हाथ पैर ढांपकर रखें। वहीं जिन लोगों को बुखार आदि है वह अस्पताल में जाकर चेकअप करवाएं।
बचाव
– तेज बुखार 104 से 105 तक आ सकता है।
– जोड़ों में दर्द और कंपकंपी के साथ बुखार आना।
– शरीर में ऐंठन अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना।
– अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे कूल्हों के ऊपर गिल्टियां आती है।
रोकथाम
– शरीर में सफाई का ध्यान रखें।
– घर और आसपास के वातावरण को साफ रखें।
– घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें।
– घर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें।