700 मीटर की सड़क बनी परेशानी का सबब, मरीजों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतें

आदर्श हिमाचल ब्यूरों 
शिमला। न्यू बैरियर, शिमला-5 से राज्य स्तरीय मनोरोग अस्पताल एवं पुनर्वास केंद्र तक जाने वाला महज 700 मीटर लंबा संपर्क मार्ग  बदहाल स्थिति में है। इस मार्ग की  मरम्मत नहीं होने के चलते मरीजों, उनके तीमारदारों, अस्पताल स्टाफ और आसपास के रहवासियों को रोजाना भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
यह संपर्क मार्ग लोक निर्माण विभाग (PWD) के मंडल-3 और उपमंडल-7 के अंतर्गत आता है। स्थानीय लोगों और अस्पताल प्रबंधन द्वारा बार-बार विभागीय अधिकारियों को मार्ग की स्थिति से अवगत करवाया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अस्पताल तक पहुंचना अपने आप में एक जोखिम भरा काम बन गया है। मार्ग के शुरुआत में ही नेशनल हाईवे से जुड़ने वाले मोड़ पर डंगे का निर्माण अधूरा है, जिससे वहां वाहन मोड़ना खतरनाक हो गया है। हल्की सी चूक भी गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है।
मोड को पहले कभी चौड़ा तो किया गया था, लेकिन समतलीकरण न होने के कारण एक ओर गहरी खाई बन गई है। यह खाई विशेष रूप से रात के समय या खराब मौसम में किसी भी अनहोनी का कारण बन सकती है। संपर्क मार्ग के कई हिस्सों में गहरे गड्ढे हैं, जिनसे गुजरना मुश्किल ही नहीं, बल्कि जानलेवा साबित हो सकता है।
जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था न होने से बारिश के समय यह मार्ग पूरी तरह कीचड़ और पानी से भर जाता है, जिससे पैदल चलना तक संभव नहीं रह जाता। इस वजह से न केवल मरीज और उनके परिजन, बल्कि नियमित रूप से इस रास्ते से आने-जाने वाले स्थानीय लोग भी परेशान हैं।
स्थानीय निवासी दीपक कुमार का कहना है कि यह मार्ग अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे राज्य स्तरीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान तक सीधी पहुंच बनती है। वे वर्षों से इस सड़क की मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। अब उन्होंने सरकार और संबंधित विभाग से मांग की है कि इस मार्ग की शीघ्र मरम्मत करवाई जाए, ताकि आमजन और अस्पताल से जुड़े लोगों को राहत मिल सके।
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