आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। SFI ने 12 छात्रों के अवैध निष्कासन के विरोध में विश्वविधालय के अधिष्ठाता अध्ययन के कार्यालय के बहार धरना प्रदर्शन किया। आज SFI इकाई विश्वविधालय ने विश्वविधालय के अधिष्ठाता अध्ययन के कार्यालय के बहार मूक प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के माध्यम से एस एफ आई ने मांग की है कि विश्वविद्यालय से 12 छात्रों को निष्कासित किए हुए आज 22 दिन हो गए है अभी तक उनके निष्कासन को वापस नहीं लिया गया है । इसमें विश्वविद्यालय प्रशासन का नकारात्मक रवैया सामने आया है। एस एफ आई बार – बार प्रशासन के सामने मांग रखते हुए ज्ञापन पत्र सौप कर भी कोई किसी तरह का फैसला नहीं सुना पा रही है।
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विश्वविद्यायल के अंदर 12 दिसंबर से परीक्षाएं शुरू हो चुकी है परन्तु अभी तक उन 12 छात्रों को वि•वि• में बैठने नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते उनके भविष्य के ऊपर तलवार लटक चुकी है। अभी तक 12 छात्रों के निष्कासन को वापस करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन अभी तक किसी भी तरह का कदम नहीं उठा पा रहा है। पिछले कल विश्वविद्यालय की अनुशासनात्मक कमेटी द्वारा इस मामले को लेकर बैठक की परन्तु उस बैठक से भी कोई फैसला वह सुना नहीं पाये है जिसके चलते आज एसएफआई को अधिष्ठाता अध्ययन के कार्यालय के अंदर मुँह पर काली पट्टी बाँध कर धरना प्रदर्शन किया।
एसएफआई का स्पष्ट मानना है की वि• वि• प्रशासन आज प्रदेश की कांग्रेस सरकार के इशारो पर काम कर रही है जिसके चलते वि•वि• प्रशासन ने 12 छात्रों के भविष्य को दाब पर लगा दिया है और प्रशासन मूक दर्शक बना फिरा है। SFI का मानना है कि यह अवैध निष्कासन छात्रों का वापिस करे ताकि छात्रों का भविष्य खराब न हो। SFI ने प्रशासन को साफ चेतावनी देते हुए कहा कि एसएफआई अब परीक्षाओं के दौर में वि•वि• प्रशासन के अनुशानात्मक कमेटी के अधिकारीयों के कार्यालय के अंदर बैठ कर धरना प्रदर्शन करेगी जब तक छात्रों का निष्कासन रद्द नही होता है SFI सभी छात्रों को लामबंद करते हुए पी जी परीक्षाओ के समय भी आंदोलन लगातार जारी रखेगी जिसकी सारी जिम्मेदारी विश्वविधालय प्रशासन की होगी ।