आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। बिहार प्रशासनिक तथा गैर राज्य प्रशासनिक सेवा के लगभग 60 प्रशिक्षुओं ने विधान सभा सचिवालय पहुँचकर सदन का अवलोकन किया तथा तत्पश्चात हि0प्र0 विधान सभा के माननीय अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानियां से शिष्टाचार भेंट की । गौरतलब है कि ये सभी प्रशिक्षु आजकल मशोबरा स्थित हि0प्र0 लोक प्रशासन संस्थान में प्रशिक्षण कर रहें हैं ।
भेंट के दौरान पठानियां ने इन सभी प्रशिक्षुओं से संवाद करते हुए कहा कि कौंसिल चैम्बर एक ऐतिहासिक भवन है जिसका निर्माण कार्य वर्ष 1920 से 1925 के बीच सम्पन्न हुआ था तथा इस पर 10 लाख रूपये का खर्च आया था। प्रशिक्षुओं को अवगत करवाते हुए पठानियां ने कहा कि वर्ष 1925 में यह विधान सभा राष्ट्रीय असैम्बली के रूप में स्थापित की गई थी तथा विठ्ठल भाई पटेल अपने ब्रिटिश प्रतिद्वन्द्वी को 2 मतों से पराजित कर पहली राष्ट्रीय असैम्बली के प्रथम चेयरमैन निर्वाचित हुए थे।
पठानियां ने कहा कि जिस कुर्सी पर बैठ कर वह सत्र का संचालन करते हैं वह वर्ष 1925 में बर्मा सरकार द्वारा बर्तानियां सरकार को उपहार स्वरूप दी गई थी जो विशुद्व रूप से बर्मा टीक की बनी है। श्री पठानियां ने कहा कि यह सदन कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है जो आज भी कुछ जगह उदाहरणार्थ प्रस्तुत किए जाते हैं। पठानियां ने कहा कि हि0प्र0 विधान सभा वर्ष 2014 में देश की प्रथम ई-विधान बनी थी। जिसका अनुसरण आज सभी राज्य विधान परिषद तथा विधान मण्डल कर रहे हैं। पठानियां ने कहा कि हमने पिछले वर्ष मई, 2023 में बाल सत्र का भी आयोजन किया था तथा हि0प्र0 इसका आयोजन करने वाला दूसरा राज्य था जबकि राजस्थान विधान सभा इसमें प्रथम थी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रशासन किसी भी सरकार की रीढ़ की हड्डी होती है तथा मजबूत और स्वच्छ प्रशासन ही प्रदेश तथा देश के विकास में अहम भूमिका निभाता है। श्री पठानियां ने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी बिहार राज्य के भविष्य के अधिकारी एवं प्रशासक हैं तथा आप सभी को जिम्मेदारी से कार्य करने की आवश्यकता है ताकि बिहार राज्य का उत्थान हो सके तथा आम जनमानस को समय-समय पर उचित तथा सरल सेवाएं मिल सकें। पठानियां ने इस अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर विधायक संजय रत्तन भी मौजूद थे।