आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड इम्प्लॉइज यूनियन के राज्य पदाधिकारियों की बैठक शिमला में सम्पन्न हुई जिसकी अध्यक्षता यूनियन के प्रधान के0डी0 शर्मा में हुई। बैठक में यूनियन ने बिजली बोर्ड में पिछले एक वर्ष से स्थायी प्रवंध निदेशक का न लगाना व पुरानी पेंशन बहाल न करने पर चिंता जताई और मुख्यमंत्री से मांग की है कि बिजली बोर्ड से हरिकेष मीना को तुरंत हटाकर एक स्थाई प्रवंध निदेशक लगाया जाए।
यूनियन ने बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन को बहाल न करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और शीघ्र बोर्ड में पुरानी पेंशन लागू करने की मांग गई। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष के0डी0 शर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड में भी पुरानी पेंशन कानूनी तौर पर लागू करना पड़ेगा क्योंकि बिजली बोर्ड में भी सरकार की तर्ज पर सी0सी0पेंशन रुल्स, 1972 वर्ष 1974 से लागू है और इसका पुरानी पेंशन बारे किये गए संशोधन को भी हूबहू लागू करन पड़ेंगा। इसके लागू करने में देरी से प्रशासनिक दिक्कतें ही बढ़ेगी जबकि इसका लाभ पीछे से मई,2003 से ही प्रदान करना पड़ेगा।
यूनियन ने बिजली बोर्ड़ में घटती हुई कर्मचारियों पर चिंता जताई और बिजली बोर्ड़ में लंबित पड़े भर्ती के मामलों को तुरंत अम्ल में लाने की बात कही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मई,2023 में सर्विस कमेटी द्वारा भर्ती के लिए अनुमोदित 1030 पदों को प्रवंधन वर्ग द्वारा भर्ती में देरी कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज बोर्ड़ में कर्मचारी बड़े दबाव में कार्य कर रहे हैं, आलम यह है कि कई जगह कर्मचारियों को 48 से 72 घण्टो तक निरंतर कार्य करना पड़ रहा है। आज बोर्ड़ में कर्मचारियों के अभाव के चलते लाइन पर कार्य करते हुए हादसों में वृद्धि हुई है और पिछले छः माह में 7 लोग हादसे का शिकार हुए है।