पांच दिन बाद भी फौरी राहत न मिलने से बिफरे पीड़ित, नेता प्रतिपक्ष ने तत्काल जारी करने के दिए निर्देश

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

मंडी । पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने थुनाग में मीडिया के प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि 5 दिन बाद भी अभी तक प्रमुख सड़कें भी बहाल नहीं हो पाई हैं। जबकि हमने पहले ही दिन बता दिया था कि रास्ते किस तरीके से खराब है। मुख्य सड़कों को बहाल करने के लिए हम बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन से भी मदद लेंगे। वह आज सराज विधानसभा क्षेत्र के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। आज वह लंबा थाच तक पहुंचे। इस दौरान वह थुनाग भी पहुंचे। जहां पर इस बार की त्रासदी में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। आपदा प्रभावितों से उन्होंने मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की। साथ ही सभी परिवारों को हौसला भी दिया कि हम हिम्मत नहीं हारने वाले बहुत जल्दी हम फिर से उठ खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि थुनाग क्षेत्र में ही आपदा की वजह से सर्वाधिक नुकसान हुआ है। लोगों के घर बगीचे दुकान, मकान, पशुशालाएं सब बह गए हैं। यह सब हम फिर से बना लेंगे।

 

उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि सबसे दुःखद और पीड़ादायक यह है कि बहुत लोगों को हमने इस त्रासदी में खो दिया है, जिनसे फिर हम कभी नहीं मिल पाएंगे। उनके जीवन की भरपाई संभव है। उन्होंने सभी मृतकों की आत्मा को शांति देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की साथ ही जो लोग लापता है उन्हें खोजने के अभियान में और तेजी लाने के लिए सरकार से आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर आपदा प्रभावितों की अधिकाधिक मदद का आग्रह किया।

 

जयराम ठाकुर ने इस दौरान मौके पर उपस्थित प्रशासन के अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी दिए। थुनाग दौरे पर उन्होंने बाढ़ प्रभावितों से राहत शिविरों में जाकर मुलाकात की और व्यवस्थाओं का जायजाभी लिया। इस दौरान थुनाग के एसडीएम रजत सेठी भी उनके साथ रहे। थुनाग पहुंचने के लिए रास्ते बंद होने की वजह से नेता प्रतिपक्ष अपने घर से ही पैदल चलकर थुनाग पहुंचे।

 

वहां पर राहत कार्यों का जायजा लिया और फिर थुनाग से लम्बा थाच पहुंचकर आपदा प्रभावितों से मिले। दस किलोमीटर से ज्यादा की पैदल यात्रा में हर जगह पर तबाही का ही मंजर नज़र आया। हर जगह आपदा के द्वारा मचाई गई तबाही के निशान दिखे। जो दिल दहलाने वाले थे। उन्होंने कहा पहले जिन जगहों पर खुशहाली नजर आती थी अब सिर्फ खंडहर नजर आ रहा है।

जयराम ठाकुर ने थुनाग में प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें आवश्यक सेवाओं को जल्दी से जल्दी बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिजली पानी और सड़कों को अतिशीघ्र बहाल किया जाना अत्यंत आवश्यक है। स्थानीय लोगों ने आपदा प्रभावितों को दी जानी वाली फौरी राहत 5 दिन बाद भी नहीं मिलने पर रोष जताया। जिसके बाद उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से राहत राशि जारी करने के निर्देश दिए।

 

जयराम ठाकुर ने वर्तमान में राहत शिविरों में रह रहे लोगों की सूची बनाई जिससे उनकी आगे भी मदद की जा सके। उन्होंने ने बताया कि भराड़ी में 50 लोग, शरण में 50 लोग, सुराह में 40, लंबाथाच में 20, थूनाड़ी में 130, पख़रैर में 40, जरेड़ में 25 लोग, देजी झुंडी में 30, बहलीधार में 5, मुरहाला में 60, लेह थाच में 35 काहरा में 15 लोग और कदौण 60 लोग राहत शिविरों में हैं। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में लोगों को राशन अभिलंब भेजने का प्रबंध किया जाए।

 

सेना के जवान राशन उठा कर लोगों तक पहुंचा रहे हैं। पुलिस, प्रशासन, अन्य सभी विभाग, आम लोग, समाजसेवी सब आगे आ रहे हैं। उन्होंने सभी का इस मौके पर आपदा प्रभावितों का साथ देने के लिए आभार जताया। शाम को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य भी थुनाग पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने उनके साथ भी थुनाग का दौरा किया और वहां हुए नुकसान से अवगत करवाया।