आदर्श हिमाचल ब्यूरों
धर्मशाला| जिला कांगड़ा में नशे की रोकथाम के संबंध में आज अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में नशे की समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए परिवार, समाज और प्रशासन के बीच सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि बच्चों और युवाओं को समय रहते नशे से बचाना अत्यंत महत्वपूर्ण है, सभी विभागों और गैर सरकारी संस्थाओं से इस मुद्दे पर संयुक्त प्रयास करने और जागरूकता अभियान चलाने की अपील की है, उन्होंने नशा मुक्ति अभियान को जन आंदोलन बनाने के निर्देश दिए है।
इस बैठक में नशे के प्रभाव से बच्चों को बचाने के लिए स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाने पर भी चर्चा की गई और अतिरिक्त उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि वे स्कूलों में ‘प्रहरी क्लब’ को सक्रिय करें और बच्चों में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाएं। उपायुक्त ने यह भी कहा कि नशे की लत में फंसे युवाओं के लिए डि-एडिक्शन (नशा मुक्ति) केंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी, इसके साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण करने और उनकी स्थिति की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
इस बैठक में एडीएम शिल्पी बेक्टा ने एस.ए.एम.वी.ए.ए.डी. (सिस्टेमैटिक अडोलसेंट मैनेजमेंट एंड वैल्यू एडीशन डायलॉग) कार्यक्रम के बेहतर कार्यान्वयन पर जोर दिया। वहीं, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर ने नशे के कारोबार पर काबू पाने के लिए सभी की सहभागिता को आवश्यक बताया और पुलिस प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया | इस बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सूद, उप निदेशक कृषि डॉ. कुलदीप धीमान, और अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।











