शूलिनी विश्वविद्यालय ने महिला उद्यमी कार्यक्रम शुरू किया

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

सोलन| शूलिनी विश्वविद्यालय के नेतृत्व प्रशिक्षण केंद्र ने पहल फाउंडेशन के सहयोग से ग्रामीण महिला उद्यमी विकास कार्यक्रम ‘प्रोजेक्ट प्रगति’ की शुरुआत की है, इसका उद्देश्य प्रशिक्षण, शिक्षा और आत्मनिर्भरता के माध्यम से आस पास के गाँवों की महिलाओं को सशक्त बनाना है। इस कार्यक्रम का पहला चरण आज उपकरण हस्तांतरण समारोह के साथ सफलतापूर्वक पूरा हुआ। इस पहल के तहत सलोगरा और सनहोल पंचायतों के स्वयं सहायता समूहों को वी-एम्पावर, सेंटर फॉर लीडरशिप कोचिंग के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। महिलाओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सत्र और व्यावहारिक कार्यशालाओं के माध्यम से नयी तकनीकों और कौशल में प्रशिक्षित किया गया, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। इस मौके पर शूलिनी विश्वविद्यालय की अध्यक्ष सरोज खोसला मुख्य अतिथि थीं, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में मनोरमा आनंद उपस्थित रहीं, अन्य गणमान्य अतिथियों में प्रो. पी.के. खोसला, कुलाधिपति; प्रो. विशाल आनंद, प्रो-कुलपति; प्रो. आशीष खोसला, निदेशक नवाचार और विपणन; और डॉ. सुनील पुरी, रजिस्ट्रार शामिल थे।

इस समारोह के दौरान प्रो. पी.के. खोसला ने विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा कि शूलिनी न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी निरंतर काम कर रहा है। मुख्य अतिथि सरोज खोसला ने कहा कि शूलिनी का लक्ष्य सिर्फ शिक्षा प्रदान करना नहीं बल्कि समाज के हर तबके के लिए विकास की राह बनाना भी है, उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के उत्थान को इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। प्रमाण पत्र वितरण समारोह में महिलाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। समापन भाषण में प्रो-चांसलर विशाल आनंद ने प्रतिभागियों को बड़े सपने देखने और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। सलोगरा और टिकर पंचायत की महिलाओं को भी उनके सक्रिय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सनहोल पंचायत की कुसुम लता प्रधान ने कहा, “महिलाओं के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल होता है, लेकिन इस पहल ने दिखाया है कि वे बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कर सकती हैं।” लीडरशिप कोचिंग केंद्र की निदेशक पायल खन्ना ने बताया कि यह कार्यक्रम शैक्षणिक संस्थानों और सामाजिक संगठनों के बीच साझेदारी का उदाहरण है, जो ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है।