आदर्श हिमाचल ब्यूरों
हमीरपुर। उपायुक्त अमरजीत सिंह ने नशा मुक्त जिला बनाने के लिए सभी विभागों और सामाजिक संगठनों को समन्वय और समग्र दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया है। बुधवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए जिला स्तर पर व्यापक कार्य योजना बनाई गई है, जिसमें सभी विभागों की जिम्मेदारियां स्पष्ट की गई हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत नशा मुक्त अभियान को वार्ड और ग्राम स्तर तक पहुंचाने का प्रावधान किया गया है। नशीले पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला तोड़ने के लिए जिला पुलिस द्वारा भी अभियान चलाया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि किशोरों और युवाओं को नशे से बचाने के लिए शिक्षण संस्थानों के आस पास पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी और नशे के शिकार लोगों को चिकित्सा और परामर्श सेवाओं तक पहुंचाया जाएगा।
इस दौरान उपायुक्त ने यह भी कहा कि नशा एक बीमारी है और इसका उपचार आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सात ‘नई दिशा’ नशा मुक्ति केंद्रों को सक्रिय करने के साथ ही जोल सप्पड़ में प्रस्तावित आधुनिक नशा मुक्ति केंद्र के लिए भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम स्वास्थ्य समिति, पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों की भागीदारी से नशा मुक्त अभियान को जन आंदोलन का रूप देने पर भी जोर दिया। इसके अलावा, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया। नशा मुक्ति अभियान की प्रभावी कार्यवाही के लिए समग्र रिपोर्टिंग फॉर्मेट तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत विभागों से नियमित रिपोर्ट ली जाएगी। सभी कार्यालय प्रमुखों को नोडल अधिकारी नियुक्त कर इसकी जानकारी जिला कल्याण अधिकारी को देने के भी निर्देश दिए गए। इस बैठक में एडीसी अभिषेक गर्ग ने जिला कार्य योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की और नशे से जुड़ी अन्य चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।