आदर्श हिमाचल ब्यूरों
नई दिल्ली| नवरत्न सीपीएसई एसजेवीएन लिमिटेड ने अपनी 37वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रचालन, वित्तीय और रणनीतिक उपलब्धियों का भव्य ब्यौरा पेश किया। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भूपेंद्र गुप्ता ने कंपनी के प्रदर्शन को उत्कृष्ट बताया और कहा कि यह वर्ष कंपनी के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। एसजेवीएन ने इस दौरान अपने सभी प्रचालन परियोजनाओं से अब तक का उच्चतम विद्युत उत्पादन 10,647 मिलियन यूनिट हासिल किया, नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन ने रिकॉर्ड तिमाही, मासिक और एकल दिवसीय विद्युत उत्पादन दर्ज किया, जबकि रामपुर और नैटवाड़ मोरी जलविद्युत स्टेशन ने भी अपनी डिजाइन एनर्जी से ऊपर प्रदर्शन किया।
इस दौरान वित्तीय मोर्चे पर कंपनी ने राजस्व में 2,897.25 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष की तुलना में 363.66 करोड़ रुपए अधिक है। कर पश्चात लाभ 970.18 करोड़ रुपए पहुंच गया है। बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए कुल 1.46 रुपए प्रति शेयर लाभांश देने की सिफारिश की है। इस वर्ष एसजेवीएन को प्रतिष्ठित नवरत्न का दर्जा भी मिला, जो कंपनी की प्रचालन उत्कृष्टता और वित्तीय मजबूती का प्रतीक है और साथ ही, कंपनी ने अपनी पोर्टफोलियो में 691 मेगावाट की नई क्षमता जोड़ी, जिसमें बक्सर ताप विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट की पहली इकाई को सफलतापूर्वक राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ा गया। एसजेवीएन ने इस दौरान 31.24 करोड़ रुपए से अधिक का व्यय सामाजिक क्षेत्र में किया, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका सृजन के कार्य शामिल हैं। कंपनी ने ‘उत्कृष्ट’ कॉर्पोरेट गवर्नेंस रेटिंग भी बरकरार रखी है और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में योगदान जारी रखा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कंपनी ने 13,090 मिलियन यूनिट उत्पादन और 12,000 करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है। इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में भी कंपनी ने 3,681.60 मिलियन यूनिट उत्पादन और 258.51 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ दर्ज किया है। भूपेंद्र गुप्ता ने सरकार, भागीदारों और कर्मचारियों के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और एसजेवीएन की विकसित भारत के निर्माण में भूमिका को अहम बताया है।