आदर्श हिमाचल ब्यूरों
सोलन| विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2025 के उपलक्ष्य में शूलिनी विश्वविद्यालय, सोलन में आयोजित भव्य समारोह के दौरान उद्योग, श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि “फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और रोगियों के बीच सच्चे सेतु हैं।” उन्होंने महामारी और आपात स्थितियों में फार्मासिस्टों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की है। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय द्वारा वैश्विक थीम “थिंक हेल्थ, थिंक फार्मासिस्ट” को केंद्र में रखते हुए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं। मंत्री चौहान ने विश्वविद्यालय परिसर में फूड इनक्यूबेशन लैब का उद्घाटन भी किया और अनुसंधान, नवाचार तथा उद्योग अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में फार्मेसी क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल है, जहाँ पहले से ही सात मेडिकल कॉलेजों के साथ साथ एशिया के सबसे बड़े फार्मा हब्स में से एक स्थापित है। उन्होंने छात्रों से “जुनून के साथ कार्य करने, नशे से दूर रहने और समाज के हित में नवाचार को समर्पित रहने” का आह्वान किया। इस अवसर पर फार्मास्युटिकल साइंसेज स्कूल के डीन डॉ. दीपक कपूर ने स्वागत भाषण देते हुए स्कूल की प्रमुख उपलब्धियों का उल्लेख किया। इनमें स्कोपस-इंडेक्स्ड जर्नलों में 350 से अधिक शोधपत्रों का प्रकाशन, 100+ पेटेंट, और एनआईआरएफ रैंकिंग में निरंतर सुधार शामिल हैं। उन्होंने आवश्यक दवाओं तक सार्वभौमिक पहुँच के मिशन को दोहराते हुए प्री-क्लीनिकल टेस्टिंग और रोगी मार्गदर्शन केंद्रों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता भी जताई है।
कुलाधिपति प्रो. पी.के. खोसला ने छात्रों को “गुणवत्ता को मात्रा से ऊपर रखने” और “अपने जीवन की कहानी को जुनून के साथ रचने” की प्रेरणा दी, जबकि प्रो-कुलपति विशाल आनंद ने राज्य में फार्मा उद्योग की संभावनाओं के साथ साथ एआई और आधुनिक तकनीकों की दवा वितरण प्रणाली में भूमिका पर प्रकाश डाला है। डीन डॉ. दीपक कपूर ने भारत सरकार से ₹3.5 करोड़ के अनुसंधान अनुदान की सफलता का उल्लेख करते हुए विश्वविद्यालय की शोध-संस्कृति की सराहना की। प्रो. दिनेश चटंता ने डीएसटी-पर्स समर्थित खाद्य प्रसंस्करण सुविधाओं की जानकारी दी, जिनमें स्नैक फूड लाइन, फलों के रस का प्रसंस्करण, वैक्यूम ट्रे ड्राइंग और बाजरा आधारित स्नैक्स शामिल हैं, उन्होंने बताया कि ये सुविधाएँ महिलाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए भी उपलब्ध हैं।
इस समारोह का समापन डॉ. रोहित गोयल द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ और इसके पश्चात् विशिष्ट अतिथियों ने योगानंद ज्ञान केंद्र, हिमालयन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन नैनोटेक्नोलॉजी, और करियर डेवलपमेंट सेंटर (CRC) सहित विश्वविद्यालय की प्रमुख सुविधाओं का अवलोकन किया। इसी तरह दिन की शुरुआत कुलाधिपति प्रो. पी.के. खोसला, संस्थापक ट्रस्टी सरोज खोसला, और प्रो-कुलपति विशाल आनंद द्वारा आगंतुकों के गर्मजोशी से स्वागत के साथ हुई। इस कार्यक्रम में AI सेंटर का दौरा, राहुल बहादुर द्वारा प्रस्तुति, खाद्य नवाचार केंद्र का उद्घाटन, और प्रतीकात्मक वृक्षारोपण अभियान भी आयोजित किए गए।