आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के खिलाफ सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता और विधायक त्रिलोक जमवाल ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में एक “महा तानाशाही” वाली सरकार चल रही है, जो जनता की आवाज को दबाने के लिए एफआईआर और केस दर्ज करना अपना मुख्य हथियार बना चुकी है। उन्होंने हाल ही में सोलन के दाड़लाघाट क्षेत्र में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान हुई नारेबाजी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ छोटी बच्चियों और आम लोगों ने भोजन न मिलने को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाई, जिस पर एफआईआर दर्ज कर दी गई, जमवाल ने इस कार्रवाई को “अत्यंत निंदनीय और शर्मनाक” बताते हुए सरकार से एफआईआर को तुरंत रद्द करने की मांग की है।
इस दौरान त्रिलोक जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा एफआईआर दर्ज करना एक नियमित प्रथा बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब राज्य के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे, तो सरकार ने एक ही दिन में 900 से अधिक एफआईआर दर्ज कर दीं। इसी प्रकार, सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे दिव्यांगजनों, कर्मचारियों और पत्रकारों पर भी मुकदमे दर्ज किए गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं को भी निशाना बनाया गया है, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार आपदा के समय भी जनता पर एफआईआर दर्ज करने से नहीं हिचकती है। उन्होंने बताया कि जब राज्य के आपदा-ग्रस्त क्षेत्रों में जनता ने राहत की मांग की, तो राजस्व मंत्री ने 50 से अधिक लोगों पर देशद्रोह के मुकदमे दर्ज करवा दिए। त्रिलोक जमवाल ने पत्रकारों पर की गई कार्रवाई पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब मीडिया सच्चाई जनता तक पहुंचाता है, तो उन पर भी मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं। उन्होंने अपने आरोपों की फेहरिस्त में तंज कसते हुए जमवाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में समोसे और जंगली मुर्गे पर भी एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि समोसे से जुड़ी जांच रिपोर्ट जैसे ही सार्वजनिक हुई, उस पर एफआईआर कर दी गई और वहीं, जंगली मुर्गे के शिकार से संबंधित मामले में भी मुकदमा दर्ज किया गया।इसी तरह भाजपा ने मांग की है कि कांग्रेस सरकार तुरंत बच्चियों और आम जनता पर दर्ज की गई एफआईआर को रद्द करे और इस “प्रतिशोध की राजनीति” पर रोक लगाए और पार्टी का कहना है कि लोकतंत्र में जनता की आवाज दबाना सत्ता का दुरुपयोग है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।











