हिमाचल में MSME विकास के लिए RAMP योजना की अहम भूमिका पर चर्चा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

मंडी। हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग की ओर से मंडी में ‘रेजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (RAMP)’ योजना के तहत एक जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र की प्रगति और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में RAMP योजना की अहम भूमिका पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला में मंडी के महाप्रबंधक औद्योगिक विभाग जे.आर. अभिलाशी, परियोजना अधिकारी DRDA मंडी गोपी चन्द पाठक और मुख्य प्रबंधक NSIC हिमाचल प्रदेश लोकेश भाटिया मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक संचालित यह योजना MSME मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण सुधार पहल है, जिसका उद्देश्य MSME क्षेत्र की वित्तीय मजबूती, तकनीकी उन्नयन और बाज़ार पहुंच को बढ़ाना है।

इसी दौरान उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह योजना हिमाचल जैसे पर्वतीय राज्यों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो सीमित ऋण प्रवाह, बाजार पहुंच और औपचारिकताओं की चुनौतियों को दूर करते हुए नवाचार, डिजिटलीकरण और सतत उद्योग विकास को प्रोत्साहित करती है। इस कार्यशाला में ‘कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC)’ की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जो सूक्ष्म उद्यमों की गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धा एवं विकास को मजबूती देगा। स्थानीय उद्योगों की चुनौतियों और अवसरों पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस कार्यशाला में 60 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें MSME से जुड़े कारीगर समूह, पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधि, एफपीओ/एफपीसी सदस्य और नवोदित उद्यमी शामिल थे।