AIIMS बिलासपुर ने AIRWAY MANAGEMENT पर 17वीं SEED कार्यशाला और सीएमई का सफल आयोजन किया

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

बिलासपुर । एनेस्थीसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग ने Airway Management Foundation (AMF) के तत्वावधान में 11 और 12 अक्टूबर 2025 को 17वीं SEED कार्यशाला और सीएमई का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम उसी सप्ताह आयोजित किया गया जब 16 अक्टूबर 2025 को विश्व एनेस्थेसिया दिवस मनाते हैं, जिसका इस वर्ष का विषय है – “स्वास्थ्य आपात स्थितियों में एनेस्थीसियोलॉजी।”
दो दिवसीय कार्यशाला में देश के विभिन्न हिस्सों से 16 विशेषज्ञ और 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य Airway Management में ज्ञान और व्यावहारिक कौशल को सुदृढ़ करना था, जो न केवल एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर में बल्कि चिकित्सा के लगभग हर क्षेत्र के सबसे आवश्यक पहलुओं में से एक है।
कार्यक्रम का संचालन Lt Gen (Dr) दलजीत सिंह AVSM, VSM (Retd) ,कार्यकारी निदेशक, एम्स बिलासपुर के मार्गदर्शन में किया गया था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. सुजाता चौधरी,ADGHS, Ministry of Health & Family Welfare उपस्थित रहीं। डॉ. विजयलक्ष्मी शिवापुरापु, अतिरिक्त प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, CME की आयोजक अध्यक्ष थीं और उनका समर्थन उनकी समर्पित टीम ने किया, जबकि डॉ. सुनील ठाकुर आयोजक सचिव के रूप में कार्यरत थे।
डॉ. राकेश कुमार (अध्यक्ष, AMF) और डॉ. सुनील कुमार (सचिव, AMF) कार्यशाला के केंद्रीय समन्वयक थे।

 

 

कार्यशाला में PGI चंडीगढ , LHMC और MAMC , VMMC और Safdarjung Hospital नई दिल्ली, GMCH चंडीगढ, AIIMS बठिंडा , IGMC शिमला , DR RPGMC टांडा सहित देश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने भाग लिया था।

 

 

एनेस्थीसियोलॉजी विभाग, जो अपनी मजबूत शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए जाना जाता है, ने पिछले वर्षों में कई सफल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया है। यह विभाग ऐसे कार्यक्रमों को लगातार संचालित करता है ताकि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को अपने कौशल सुधारने और रोगी देखभाल के लिए तैयार रहने में मदद मिल सके।

 

कार्यकारी निदेशक ने एनेस्थीसियोलॉजी एवं क्रिटिकल केयर विभाग की सराहना की, जिन्होंने हिमाचल प्रदेश में पहला वायुमार्ग प्रबंधन कार्यशाला आयोजित की। उन्होंने आघात (ट्रॉमा) और आपातकालीन देखभाल में Airway और Circulation प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने एनेस्थीसियोलॉजिस्ट्स की जीवनरक्षक प्रयासों में अग्रणी भूमिका की प्रशंसा की और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्य अतिथि डॉ. सुजाता चौधरी ने कहा कि Airway Management एक अत्यावश्यक कौशल है, जिसे प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी को, चाहे उसकी विशेषज्ञता कोई भी हो, अवश्य सीखना चाहिए।

 

एयरवे मैनेजमेंट फाउंडेशन (AMF) के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने 2- दिवसीय कार्यशाला और CME के आयोजन में AMF और AIIMS बिलासपुर के एनेस्थीसियोलॉजी एवं क्रिटिकल केयर विभाग के संयुक्त प्रयासों की सराहना की।

 

प्रतिभागियों ने इंटुबेशन, मास्क वेंटिलेशन, वीडियो लैरिंगोस्कोपी, फाइबरऑप्टिक ब्रोंकोस्कोपी और आपातकालीन फ्रंट-ऑफ-नेक एक्सेस जैसी तकनीकों पर व्याख्यान, केस चर्चा और कौशल-आधारित प्रशिक्षण सत्रों में भाग लिया। सिमुलेशन-आधारित अभ्यासों ने उन्हें वास्तविक जीवन की आपात स्थितियों का अनुभव करने और उनका सामना करने की तैयारी में मदद की।
कार्यशाला को प्रतिभागियों से उत्कृष्ट प्रतिक्रिया प्राप्त हुई और इसे हिमाचल प्रदेश मेडिकल काउंसिल द्वारा 4 CME points के साथ मान्यता प्रदान की गई।

 

 

इससे AIIMS बिलासपुर की उच्च-गुणवत्ता प्रशिक्षण के प्रति प्रतिबद्धता और भविष्य में इसी प्रकार के शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित करने के निरंतर प्रयासों की पुष्टि हुई, जिसका उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना और जनता को लाभ पहुँचाना है।