आदर्श हिमाचल ब्यूरों
ऊना। स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में उनके कक्ष में आयोजित हुई। इस बैठक में उपायुक्त ने कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की और इसे विद्यार्थियों में स्वच्छता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सतत विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालयों में स्वच्छता, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देना है, जिससे विद्यार्थियों को स्वस्थ, सुरक्षित और स्वच्छ शिक्षण वातावरण मिल सके।
इस दौरान बैठक में उप निदेशक स्कूल शिक्षा एवं जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा नीलम कुमारी ने बताया कि 2025-26 के अंतर्गत ऊना जिले के सभी सरकारी एवं कुछ निजी विद्यालयों का पंजीकरण और स्व-मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस पहल को पहले “स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार” के रूप में शुरू किया गया था, जिसे अब उन्नत कर “स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग” के रूप में लागू किया गया है। नीलम कुमारी ने बताया कि विद्यालयों ने एसएचवीआर पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से स्व-मूल्यांकन रिपोर्ट, फोटो अपलोड कर 3 से 5 स्टार तक रेटिंग प्राप्त की है। जिला स्तरीय समिति द्वारा इन विद्यालयों का निरीक्षण और मूल्यांकन किया जाएगा। चयनित विद्यालयों को चार श्रेणियों ग्रामीण और शहरी, बाल वाटिका से कक्षा 8 तक एवं कक्षा 9 से 12 तक में विभाजित किया गया है।
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि 6 ग्रामीण और 2 शहरी विद्यालयों को 15 नवम्बर तक राज्य स्तरीय प्रक्रिया के लिए नामांकित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को एसएचवीआर 2025-26 के तहत सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर नीलम कुमारी, प्रधानाचार्य डाइट देहलां राकेश अरोड़ा, डॉ. पी.एस. राणा सहित अन्य अधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।











