आदर्श हिमाचल ब्यूरों
रामपुर। हिमाचल प्रदेश के ऐतिहासिक नगर रामपुर बुशहर में तीन दिवसीय अश्व प्रदर्शनी का सफलतापूर्वक समापन हो गया। यह प्रदर्शनी आगामी अंतरराष्ट्रीय लवी मेला–2025 के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी। इस समापन समारोह की अध्यक्षता राज्य 7वें वित्त आयोग के अध्यक्ष और रामपुर के विधायक नंद लाल ने की। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी सत्या नंद लाल भी उपस्थित रहीं। नंद लाल ने अपने संबोधन में कहा कि अश्व प्रदर्शनी प्रदेश के पशुपालकों को उत्कृष्ट नस्लों के संरक्षण, प्रजनन और प्रशिक्षण के लिए प्रेरित करती है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में मदद करती है।
इस दौरान प्रदर्शनी में कुल 282 अश्वों का प्रदर्शन हुआ। इनमें 121 स्पीति नस्ल, 57 स्पीति क्रॉसब्रीड, 46 अन्य नस्लों के अश्व और 29 खच्चर जोड़े शामिल थे। लगभग 150 पशुओं की बिक्री भी हुई। अंतिम दिन गुब्बारा फोड़ प्रतियोगिता और 400-800 मीटर घुड़दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। धर्म पाल और हैप्पी ने क्रमशः पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस समापन अवसर पर नंद लाल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पशुपालकों, प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के निदेशक संजीव धीमान, उपमंडलाधिकारी हर्ष अमरेन्द्र सिंह, उपनिदेशक पशुपालन डॉ. नीरज मोहन, जिला परिषद सदस्य बिमला शर्मा सहित अन्य अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, व्यापारी और बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे। रामपुर बुशहर की अश्व प्रदर्शनी सदियों पुराने लवी मेले की परंपरा से जुड़ी है। यह मेले उस ऐतिहासिक व्यापारिक संधि की याद दिलाता है, जो रामपुर बुशहर और तिब्बत के बीच हुई थी। विशेष रूप से चमुर्थी नस्ल के घोड़े इस प्रदर्शनी की विशेष पहचान हैं।











