आदर्श हिमाचल ब्यूरों
सिरमौर। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अंतर्राष्ट्रीय रेणुका जी मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की, इस अवसर पर उन्होंने पवित्र रेणुका जी झील के देवघाट पर प्रतिदिन आरती के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित रखना सभी का दायित्व है। राज्यपाल ने कहा कि श्रद्धालु भक्तिभाव के साथ इस पवित्र तीर्थ स्थल पर आते हैं, जो अत्यंत प्रेरणादायक है। उन्होंने आरती की नई परंपरा शुरू करने के लिए जिला प्रशासन और रेणुका जी विकास बोर्ड की प्रशंसा की तथा स्थानीय आश्रमवासियों से नियमित रूप से आरती आयोजित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आस्था और भक्ति का संगम यह मेला देशभर के श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। राज्यपाल ने सिरमौर के लोगों के देश रक्षा में योगदान की सराहना की और युवाओं से नशे से दूर रहकर स्वस्थ और नशामुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
इस दौरान शुक्ल ने कहा कि संस्कृति हमारी सबसे बड़ी विरासत है और इसका संरक्षण ही समाज को सच्ची समृद्धि की ओर ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि रेणुका जी हिमाचल प्रदेश के सबसे सुंदर और पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है, जहाँ भगवान परशुराम और माता रेणुका जी के मिलन की सदियों पुरानी परंपरा आज भी जीवंत है, राज्यपाल ने कहा कि मेलों और त्यौहारों ने भारत की सांस्कृतिक पहचान को सशक्त बनाया है। उन्होंने समाज में प्रगति और समृद्धि के साथ साथ नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित रखने की आवश्यकता पर बल दिया। शुक्ल ने मेले के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, रेणुका जी विकास बोर्ड और सहयोगी संस्थाओं को बधाई दी, उन्होंने कहा कि यह मेला भगवान परशुराम जी की अपनी माता देवी रेणुका जी के प्रति भक्ति और भारतीय समाज के शाश्वत मूल्यों का प्रतीक है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने भगवान परशुराम जी और माता रेणुका जी के मंदिरों में पूजा-अर्चना की और पारंपरिक देव विदाई समारोह में भाग लिया। उन्होंने सरकारी विभागों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और महिला सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भरता के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष और रेणुका जी विकास बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार ने राज्यपाल का स्वागत किया और मेले की गतिविधियों की जानकारी दी, उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेले का आयोजन ग्रीन फेयर के रूप में किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, राज्यपाल ने उद्योग विभाग को प्रथम, बागवानी विभाग को द्वितीय और कृषि विभाग को तृतीय पुरस्कार प्रदान किए। इस समारोह में सांसद सुरेश कश्यप, राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, पुलिस अधीक्षक निश्चिंत नेगी, उपायुक्त प्रियंका वर्मा, रेणुका जी विकास बोर्ड के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इससे पूर्व, माइना हेलीपैड पर राज्यपाल का स्वागत विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, उपायुक्त प्रियंका वर्मा तथा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया।











