आदर्श हिमाचल ब्यूरों
जयराम ठाकुर ने कहा कि देश में सेना और महिलाओं का सम्मान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उनका योगदान अतुलनीय है। चाहे ऑपरेशन सिंदूर से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के माध्यम से पाकिस्तान को सबक सिखाकर सेना के आत्म बल को आसमान तक पहुंचाना हो या महिलाओं के सम्मान के लिए अनगिनत योजनाएं चलाकर उनको सशक्त करना। यह भावना सिर्फ नरेंद्र मोदी ही प्रदर्शित कर सकते हैं। देश में महिलाओं को विधायिका में 33 प्रतिशत आरक्षण देने का काम नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री ने किया। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश भर में दस हजार से ज्यादा फार्मर प्रोडक्ट ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) बनाए। ड्रोन सखी जैसे योजनाएं चलाकर महिलाओं में आत्म बल और आत्म अभिमान का जो भाव भरा है। वह आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी। 2 करोड़ लखपति दीदी बना कर दो करोड़ और लखपति दीदी बनाने के मिशन पर सरकार प्रधानमंत्री के निर्देशन में काम कर रही है। उज्जवला और गृहिणी सुविधा जैसी योजनाओं से मातृशक्ति को धुआं मुक्त किचन दिया तो यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ही विजन था। जनधन खाता हो या राशन कार्ड या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाला आवास सभी योजनाओं में महिलाओं को प्राथमिकता देकर उनका सम्मान करने का काम भी नरेंद्र मोदी ने ही किया।
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि जयराम ठाकुर की सरकार ने कोई विकास नहीं कराया। जबकि तीन साल हो गया और वह हमारी सरकार द्वारा खोले गए संस्थान ही बंद कर रहे हैं। काम करना तो दूर वह अभी भी हमारे द्वारा खोले गए सैकड़ों संस्थान अब तक वह कहां से बंद कर रहे हैं?
उन्होंने कहा कि हमीरपुर के पांच विधानसभा क्षेत्र में कोई भी ऐसा विधानसभा क्षेत्र नहीं होगा जहां पर उन्होंने दो दर्जन डेढ़ दर्जन संस्थाओं को बंद न किया हो। प्रदेश घर में अपने हजारों संस्थान बंद की और हमारे दर्जनों योजनाओं को आपने आधार में छोड़ दिया। आप नई योजनाएं चलना तो छोड़ दीजिए पूर्व सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को भी नहीं चला पाए। प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई जो प्रदेशवासियों को विकास की बजाय विनाश के रास्ते पर ले जा रही है। प्रदेश को पहली बार ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जिसे सुविधाओं और संस्थाओं को बंद करने में, जनता को प्रताड़ित करने में और सफेद झूठ बोलने में सुख की अनुभूति होती है। मैं निजी तौर पर किसी के खिलाफ बोलना पसंद नहीं करता लेकिन एक विपक्ष के नेता के नाते प्रदेश के लोगों ने जो जिम्मेदारी दी है उसका निर्वहन करना मेरा फर्ज है और मैं प्रदेश के हितों की अनदेखी पर चुप होकर बैठ जाऊं। आज मुख्यमंत्री केंद्र सरकार पर बार-बार आरोप लगा रहे हैं लेकिन वह या नहीं बता रहे हैं कि उनका फर्ज क्या है? आपदा प्रभावितों को उनके हाल पर छोड़ देंगे? आज सरकार का कोई दायित्व नहीं है?
जयराम ठाकुर ने कहा कि आज प्रदेश के लोग हमें फोन करके कहते हैं कि हमें सहारा पेंशन नहीं मिल रही है। बुजुर्ग फोन करके कहते हैं कि बेटा 6 महीने से वृद्धा पेंशन का एक पैसा नहीं आया। बेटियां फोन करके कहती हैं अंकल जी शादी के इतने दिन बाद भी हमारी शगुन योजना का पैसा नहीं आ रहा है, कन्यादान योजना का पैसा नहीं आ रहा है। आए दिन लोग फोन करके बताते हैं कि उनका हिम केयर में इलाज नहीं हो रहा है। इसमें पूरे 5 लाख हैं लेकिन हमें दवाई नहीं मिल रही है। आपकी सरकार थी तब यह कार्ड काम करता था, हमने इलाज कराया था हमारे पड़ोसियों ने इलाज कराया था लेकिन आज नहीं चल रहा है तो क्यों नहीं चल रहा है? मुख्यमंत्री हम पर आरोप लगाने से पहले अपने काम को देखें। प्रदेश के लोगों की जुबान पर हमारी योजनाओं के नाम है। जुबान पर हमारी योजनाओं से मिले लाभ के किस्से हैं। न जाने कितने लोगों की जिंदगियां हमारी सरकार द्वारा बनाए गए हिम केयर कार्ड द्वारा बचाई गई है। आज तो आप इलाज के लिए मां के कंगन बिकवा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। मित्रों के अलावा मुख्यमंत्री को कुछ दिखाई नहीं देता है। कुछ दिन पहले बड़सर में मुख्यमंत्री आए थे एक वीडियो मैंने देखा एक व्यक्ति अपने बिस्तर के साथ आया था लेकिन मुख्यमंत्री उनसे मिले तक नहीं। जब तक मुख्यमंत्री लोगों से मिलेंगे नहीं तब तक उनका दुख दर्द कैसे समझेंगे? आज प्रदेश में चारों तरफ अराजकता है, हाहाकार है और मुख्यमंत्री अपने प्रचार तंत्र के माध्यम से अपने झूठ के माध्यम से यह साबित करना चाहते हैं कि सब कुछ सही है। मुख्यमंत्री जी अपनी आंखें खोले और प्रदेश के हाल देखें कि उन्होंने प्रदेश को कहां पहुंचा दिया है।











