आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। पूर्व उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़ गए हैं और चुनावी घोषणा की गई “10 गारंटियाँ” केवल झूठ और छलावा साबित हुई हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के हजारों कर्मचारी पिछले महीने से वेतन का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम के कर्मचारियों के हितों की अनदेखी की जा रही है, जबकि सरकार की प्राथमिकता मंत्रियों के लिए विलासिता और प्रचार खर्च है।
इस दौरान पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के समय एचआरटीसी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई ठोस कदम उठाए गए थे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया। निगम का घाटा बढ़कर 2200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और सरकारी परिवहन प्रणाली कमजोर हुई है। उन्होंने कांग्रेस की इलेक्ट्रिक बस योजना और निजी बस ऑपरेटरों को संरक्षण देने की नीति पर भी सवाल उठाए। बिक्रम ठाकुर ने सरकार से मांग की कि एचआरटीसी कर्मचारियों की लंबित तनख्वाहें तुरंत जारी की जाएं और सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन, ग्रेच्युटी और मेडिकल बिल का भुगतान प्राथमिकता से किया जाए और उन्होंने चेतावनी दी कि जनता अब कांग्रेस की हकीकत जान चुकी है और विकास ठप होने से आमजनता निराश है।











