उपमंडल रोहड़ू को बेसहारा पशु मुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम — एसडीएम धर्मेश रामौत्रा

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रोहड़ू । उपमंडल रोहड़ू को बेसहारा पशु मुक्त बनाने तथा उपायुक्त शिमला द्वारा जारी निर्देशों के प्रभावी अनुपालन को लेकर  चांशल कॉन्फ्रेंस हॉल, उपमंडल कार्यालय रोहड़ू में उप-मंडलाधिकारी (ना.)  धर्मेश रामौत्रा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

 

बैठक में जानकारी दी गई कि पशुपालन विभाग द्वारा जिला शिमला में कुल 272 मवेशियों को आवारा पशु के रूप में चिन्हित किया गया है, जिनके शीघ्र एवं सुरक्षित पुनर्वास के निर्देश जारी किए गए हैं। उपमंडल रोहड़ू क्षेत्र में नगर परिषद रोहड़ू अंतर्गत 25 तथा नगर पंचायत चिड़गांव अंतर्गत 20 बेसहारा पशु चिन्हित किए गए हैं।

 

 

एसडीएम श्री धर्मेश रामौत्रा ने कहा कि सड़क किनारे विचरण करने वाले बेसहारा पशु यातायात दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं तथा शीत ऋतु में इनके जीवन पर गंभीर खतरा उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि पशुओं का मानवीय एवं सुरक्षित पुनर्वास प्रशासन की प्राथमिकता है।

 

बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर परिषद रोहड़ू क्षेत्र के चिन्हित पशुओं को रोहड़ू के समीप स्थित गौशाला में तथा नगर पंचायत चिड़गांव क्षेत्र के पशुओं को चिड़गांव के निकट स्थित गौशाला में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त लंबा खाटल (समोली) में नवनिर्मित गौ-सदन में भी सभी चिन्हित आवारा पशुओं को चरणबद्ध तरीके से स्थानांतरित किया जाएगा।

 

 

एसडीएम ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि पशुओं के सुरक्षित परिवहन, स्वास्थ्य जांच, देखभाल एवं आवश्यक उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि समस्त कार्यवाही पशु कल्याण अधिनियम, 1960 एवं शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जाएगी।

 

उन्होंने बताया कि सभी चिन्हित बेसहारा पशुओं को 15 दिनों के भीतर निकटतम गौ-सदनों एवं पशु आश्रयों में स्थानांतरित कर उपमंडल को बेसहारा पशु मुक्त बनाने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।