आदर्श हिमाचल ब्यूरो
आनी। किसान बिल के विरोध में किसान सभा हिमाचल प्रदेश औरआल इंडिया किसान संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर आनी में किसानों के आंदोलन के समर्थन में (प्रधानमंत्री मोदी के पुतले जलाओ ) के तहत प्रधानमंत्री का रोष स्वरूप पुतला जलाया गया।
किसान सभा सचिव गीता राम ने कहा कि देश में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ किसानों द्वारा जमकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।प्रधानमंत्री मोदी तानाशाही रवैया अपनाकर किसानों के हितों को कुचल रहे हैं। चंद पुंजिपतियों और कारपोरेट घरानों की खातिर किसानों की अनदेखी की जा रही है,जबकि किसान देश की रीढ़ की है , मगर यह सरकार इस रीढ़ को ही तोड़ना चाहती है ।देश में जबरदस्ती गरीबी और भूखमरी बढ़ाना चाहते हैं । देश के किसान इतनी कंपकंपाती ठंड में सड़क पर है ,मगर देश के तानाशाही सरकार को फर्क नहीं पड़ता ।गीता राम ने कहा कि कृषि कानून किसानों को अपंग बना देगा।
सीटू के संयोजक पदमप्रभाकर ने कहा कि मौजूदा शासक हिटलर के पद चिन्हों पर चल रहा है ।यह इस देश के लिए बहुत ही घातक है । देश पहले ही गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है ।दुनिया की आर्थिक मंदी से भारत की मंदी बहुत ज़्यादा है। दुसरी तरफ नौकरीयों को खत्म किया गया । कौरोना संकट में 14 करोड़ नौकरी चली गईं।
उन्होंने कहा कि वे किसानों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर लड़ेंगे। इस समय किसान आंदोलन में 8 किसान शहीद हो चुके हैं , लेकिन सरकार लारे- लप्पे लगा रही हैं ,जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। अच्छे दिनों का सपना दिखाने बाला शासक हिटलर निकला।
पदम् प्रभाकर ने कहा कि सीटू इकाई आनी 11 दिसंबर को किसान सभा के साथ मिलकर किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आनी में धरना प्रर्दशन करेगी। इस प्रर्दशन में गीताराम पदमप्रभाकर,बेली राम सूद, बेली राम जय, चुनी लाल, दलीप , तारा मिलाप तेजराम शमिल थे।