आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के निर्माण के लिए मकर संक्रांति को प्रारंभ हुए देश-व्यापी निधि समर्पण अभियान की पूर्णाहुति हिमाचल प्रदेश में आज हो रही है। यह अभियान अपने पीछे चिर-स्मरणीय यादें छोड़ गया। सुनील जसवाल (विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सह मंत्री व इस अभियान के प्रांत प्रमुख) ने आज शिमला से जारी एक प्रेस विज्ञिप्ति में कहा की 15 जनवरी (मकर सक्रांति) से शुरू यह अभियान हिमाचल प्रदेश में काफी उत्साहवर्धक रहा।
उन्होंने कहा की प्रदेश में 3500 टोलियों के माध्यम से समर्पित कार्यकर्ताओं ने हिमाचल प्रदेश में आज संपन्न हो रहे विश्व के इस सबसे बड़े अभियान में हमने जिला, तहसील, व गाँवों के घर-घर जाकर समर्पण निधि तो प्राप्त की ही साथ ही, रामजी के प्रति श्रद्धा, विश्वास व समर्पण के भाव ने गद-गद भी कर दिया। विश्व हिन्दू परिषद हिन्दू समाज के इस उदारता, समरसता व एकात्मता पूर्ण समर्पण के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करती है।
सुनील जसवाल ने कहा कि देश भर में लाखों गांवों व शहरों के करोड़ों हिन्दू परिवारों ने भक्ति पूर्ण भाव से इसमें सह-भागिता की। हिमाचल प्रदेश में भी इस अभियान में कार्यकर्ताओं को अनेकों भावुक क्षणों से गुजरना पड़ा व अनेक व्यक्तियों को अपनी क्षमता से बहुत अधिक समर्पण करते हुए देखा। रामजी के लिए अनेक भक्तों ने अपनी छल-छलाती आँखों से विनम्रता पूर्वक अर्पण किया। अनेक जगहों पर निधि समर्पण टोली की राम दूत मान कर अगवानी व सेवा हुई। हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल जी से लेकर शारीरिक रूप से विक्षिप्त भिक्षा माॅगकर जीवन यापन करने वाले व्यक्तियों ने भी अपनी पवित्र आय में से समर्पण कर स्वयं को भगवान श्रीराम से जोड़ लिया।
यह निश्चित हो गया है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थान पर बनने वाला यह भव्य राम मंदिर एक राष्ट्र मंदिर का भी प्रतीक होगा। हिमाचल प्रदेश में 15 जनवरी को प्रदेश के माननीय राज्यपाल बंडारु दतात्रेय ने अभियान की शुरूआत की गई थी, आज पद्यमश्री सम्मानित विश्व स्वास्थय संगठन में भारतीय पैनालिस्ट और हिमाचल राज्य के महामारी विज्ञान विशेषज्ञ प्रसिद्ध चिकित्सक डाॅ. उमेश भारती ने भी सपिरवार श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण किया। विश्व के इस सबसे बड़े महा-अभियान के आँकडों, अनुभवों व प्रेरक प्रसंगों का संकलन हो रहा है जिन्हें हम शीघ्र ही सभी के समक्ष रखने का प्रयास करेंगे।
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