आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। टोल बैरियर की नीलामी के एक ही प्रयास में विभाग ने सरकारी खजाने में 2 करोड 18 लाख जुटा लिए हैं।मंगलवार को राज्य कर एवं आबकारी विभाग जिला सिरमौर के चार टोल बैरियर की ऑक्शन कम टेंडर से अलॉटमेंट की गई। उपायुक्त जिला सिरमौर आर के गौतम की अध्यक्षता में बनाई गई अलॉटमेंट कमेटी में राज्य कर एवं आबकारी विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर सतीश शर्मा तथा ऑब्जर्वर सहायक कमिश्नर राज्य कर एवं आबकारी विभाग हंसराज शर्मा सहायक आयुक्त स्टेट टैक्स एंड एक्साइज विभाग जिला सिरमौर प्रितपाल सिंह की उपस्थिति में यह ऑक्शन संपन्न हुई।
अच्छी बात तो यह रही कि जिला सिरमौर ने सरकार के राजस्व में 17.45 परसेंट की बढ़ोतरी भी दर्ज की है। बड़ी बात तो यह है कि पहले अटेम्प्ट में ही चारों बैरियर कि ऑक्शन करने में विभाग में कामयाबी हासिल कर ली है। जबकि 1 जुलाई से 31 मार्च 2022 यानी 9 महीने की अलॉटमेंट 12 करोड़ 52 लाख रुपए की रिजर्व प्राइस से 17 परसेंट इनक्रीस हुई है। इस प्रकार जिला के चारों बैरियर 14 करोड़ 71 लाख ₹599 रुपए में ऑक्शन हुए हैं। कहा जा सकता है कि नए उपायुक्त के सिरमौर में पड़े कदम लाभकारी भी सिद्ध हुए हैं। क्योंकि इस बार की ऑप्शन कम टेंडर की अलॉटमेंट पहले ही अटेंप्ट में बिना किसी विरोध के हुई है।
किन्हें हुए बैरियर अलॉट÷
काला अंब यूनिट बैरियर 6 करोड़ 30 लाख 99 हजार, 999 में 33. 71 करोड रुपए की बढ़ोतरी के साथ मैसर्स राणा इं टरप्राइज ने लिया है।
पांवटा साहिब के अंतर्गत गोविंदघाट यूनिट बैरियर 5 करोड़ 31 लाख रुपए में 2 .86 परसेंट की बढ़ोतरी के साथ विनोद कुमार मलिक ने लिया है। इसी प्रकार बैहराल यूनिट 2 करोड़ 88 लाख रुपए में 14.98 परसेंट की बढ़ोतरी के साथ इसे भी विनोद कुमार मलिक ने लिया है।
मिनस बैरियर यूनिट 21 लाख, 600 में 51.55 परसेंट की बढ़ोतरी के साथ स्थानीय निवासी अतर सिंह ने हासिल किया है।
बरहाल एक और जहां कोरोना की तीसरी लहर को लेकर इन्वेस्टर्स में दहशत का माहौल है। वही उपायुक्त जिला सिरमौर आर के गौतम और जिला सिरमौर कर एवं आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त प्रितपाल सिंह की टीम ने केवल 9 महीने के लिए अपनी दूरदर्शिता से ऑक्शन कम टेंडर से टोल बैरियर की अलॉटमेंट कराने में सफलता हासिल की है, वह काबिले तारीफ भी है। देखना यह होगा कि यदि कोरोना का आक्रमण और अधिक तेज होता है तो इससे नए ठेकेदारों के लिए बैरियर का सौदा कहीं खुद की नीलामी का सौदा ना साबित हो।