प्रतिबंधित दवाओं की संदिग्ध बिक्री मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपी 5 दिन के पुलिस रिमांड पर 

100 करोड़ के संदिग्ध लेन-देन को लेकर सीआईडी सख्ती से करेगी पूछताछ 

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आदर्श हिमाचल सोलन (बद्दी):

प्रतिबंधित दवाओं की संदिग्ध बिक्री मामले में शुक्रवार देर शाम गिरफ्तार दोनों आरोपियों को सीआईडी ने शनिवार को नालागढ़ कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।

रिमांड के दौरान सीआईडी इस मामले में जैनेट कंपनी के मालिक दिनेश बंसल और प्रबंधक सोनू सैनी से सख्ती से पूछताछ करेगी। स्टेट ड्रग कंट्रोलर की शिकायत के बाद जैनेट फार्मास्यूटिक्लस के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तीन दिन पहले 30 नंवबर को मामला दर्ज किया गया है।

मामले की पड़ताल करने के बाद सीआईडी ने शुक्रवार को जैनेट फार्मास्यूटिक्ल के जीरकपुर और बद्दी स्थित गोदाम में छापेमारी की थी। सीआईडी ने जाल बिछाकर मालिक दिनेश बंसल को बद्दी बुलाया था और 8 घंटे की पूछताछ के बाद फर्म के मालिक और जीएम को गिरफ्तार किया गया था

। यह पूरा मामला प्रतिबंधित दवाओं की संदिग्ध ब्रिकी से जुटा है। फर्म ने जहां फर्जी बिलों पर माल बेचा वहीं दो साल में एनडीपीएस अनुसूचित दवाओं सहित इस फ़र्म ने 100 करोड़ रूपये से अधिक की दवाओं का लेन-देन संदेह के घेरे में है। क्योंकि फर्म ने जिन दवा डीलरों के नाम पर बिल काटे हैं उन्हें माल पहुंचा ही नहीं।

वहीं जैनेट फार्मास्यूटिक्लस ने राजस्थान समेत देश के अन्य हिस्सों में भी दवाइयां भेजी। रिमांड के दौरान मालिक दिनेश बंसल और जीएम सोनू सैनी से इस पूरे संदिग्ध लेन-देन को लेकर पूछताछ की जाएगी। वहीं सीआईडी इस बात का भी पता लगाएगी की जैनेट ने कहां-कहां पर किस-किस कंपनी से यह दवाइयां बनवाई।

डीएसपी नॉरकोटिक्स दिनेश शर्मा ने बताया कि शनिवार को दोनों आरोपियों को नालागढ़ कोर्ट में पेश करके 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान इस मामले से जुड़े कई पहलू हैं जिस बाबत आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। जैनेट फार्मास्यूटिक्ल ने बद्दी से एक फर्जी बिल पर 19 लाख की प्रतिबंधित दवाइयां जिसमें नाईट्राजेपम, कोडीन और एटिजोलम शामिल है को मंडी के थोक दवा डीलर के नाम पर भेजा जो कि उसे मिला ही नहीं।

फर्जी बिलों पर दिखाई गई यह प्रतिबंधित दवाइयों इन लोगों ने कहां-कहां और किसको बेची यह जांच के विषय हैं। राजस्थान, पंजाब और यूपी समेत कई जगहों पर ऐसे फर्जी तरीके से किया गया लेन-देन हुआ इस बाबत पूछताछ की जाएगी। डीएसपी दिनेश शर्मा ने बताया कि मामला प्रतिबंधित दवाओं और 2 साल में किए गए 100 करोड़ के संदिग्ध लेन-देन है जिसके चलते सीआईडी सब पहलुओं को खंगाले।