धर्मशाला: भारतीय भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष सहदेव यादव ने मंगलवार को धर्मशाला में प.कार वार्ता के दौरान कहा कि भारोत्तोलन खेल गरीबों का खेल है, इस खेल में कभी कोई अमीर व्यक्ति दिखाई नही देगा, क्योंकि यह खेल शरीर को टोर्चर करने वाला हैं। मीरा भाई से इस खेल का ज्ञान लेना जरुरी है, इस खेल के बारे में वे ही बता सकते हैं कि यह खेल कितना मुश्किल है। लोहे के साथ खेलना उसे उठाना असान नही है। हिमाचल प्रदेश में भी इसकी शुरुआत हुई है। यहां भी इस खेल को लोग जानने लगे हैं। इस खेल का ग्राफ प्रतिवर्ष उपर जा रहा है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारोत्तोलन हाल की जो शुरुआत की है यह एक बहुत बड़ी बात है। इस खेल में पैसा भी बहुत खर्च होता है, लेकिन विजेता पर पैंसों की बौछार भी अन्य खेलों से ज्यादा होती है।
उन्होंने कहा इस खेल के लिए मैंने आपनी नौकरी तक को छोड़ दिया। नैशलन स्तर पर जाने के लिए खिलाड़ी को आठ से दस साल का अभ्यास इस खेल में करना पड़ता है। हिमाचल में प्रतिभाओं की कमी नही है। भारोत्तोलन खेल में हम आसानी से चीन को पीछे छोड़ सकते हैं। अरुणाचल प्रदेश इसमें खास रुची दिखाई है। इस खेल को लेकर हिमाचल में अभी पूरे साधन मौजूद नही है। खेलों के साथ पढ़ाई भी जारी रहती है। बच्चों को इस खेल में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा बच्चों को निशुल्क खेल का साजो समान दिया जाएगा। अन्य खेलों के लिए कई संपोंसर है, परंतु भारोत्तोलन खेल का कोई संपोंसर नही है। उन्होंने कहा मना यह खेल रुची वाला नही है, परंतु इसको आगे लाने की जरुरत है।