आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सोलन: तीन दिवसीय दूसरा शूलिनी लिटफेस्ट रविवार को समाप्त हुआ है। इस लिटफेस्ट में देश-विदेश के जाने माने लेखकों और अन्य प्रतिनिधियों ने चर्चा में भाग लिया और विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। समापन दिवस पर, जाने-माने खेल पत्रकार, प्रदीप मैगज़ीन और संदीप द्विवेदी ने 40 वर्षों की अवधि में फैली क्रिकेट और खेल पत्रकारिता के बारे में विस्तार से बताया। वे खेलों को लेकर अपनी गहन और दुर्लभ अंतर्दृष्टि के साथ सामने आए और दर्शकों के कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए।
मैगज़ीन, जो क्रिकेट की दुनिया में मैच फिक्सिंग की ओर इशारा करने वाले पहले व्यक्ति थे, ने अपनी नवीनतम पुस्तक ‘नॉट जस्ट क्रिकेट: ए रिपोर्टर्स जर्नी थ्रू मॉडर्न इंडिया’ के बारे में भी खुलकर बातचीत की। वरिष्ठ पत्रकार और डायरेक्टर, स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, शूलिनी यूनिवर्सिटी, विपिन पब्बी ने ‘स्पोर्टीफाइंग लिटरेचर’ नाम से आयोजित एक महत्वपूर्ण सेशन का संचालन किया।
इंडियन एक्सप्रेस के स्पोर्ट्स एडीटर, संदीप द्विवेदी ने एक खेल लेखक के सामने आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की, जिसमें एथलीट के खेल से संबंधित विभिन्न पहलुओं को समझने से लेकर तेजी से काम करना तक शामिल हैं।आम लोगों और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के लिए आयोजित एक शॉर्ट स्टोरीटेलिंग प्रतियोगिता सेशन ‘स्पिन-द-टेल’, के साथ सेशन की शुरुआत हुई। ये प्रतियोगिता डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ के अपूर्वा ममगैन ने जीती। प्रतियोगिता का सांत्वना पुरस्कार डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ के अविरल असवान और शूलिनी यूनिवर्सिटी के रंजीत कुमार और पंजाब यूनिवर्सिटी की विदुषी गुप्ता ने जीता।
पैनलिस्ट प्रसून प्रसाद, विभा रे और रोशन शर्मा के साथ हिंदी कविता पर एक सत्र ‘काव्य रस’ ने समकालीन, रोमांस और महिला कविता सहित हिंदी कविता में विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर किया। ‘पंजाब दिया गल्लां’ शीर्षक वाले एक सेशन की अध्यक्षता पॉल कौर, मनमोहन सिंह और देस राज काली ने की और यह पंजाबी साहित्य और देश भर की विभिन्न संस्कृतियों से इसके जुड़ाव पर केंद्रित था।
अंतिम दिन के सत्रों में मुस्केश विलियम्स, एड लेविंसन, और जरी जेटसन की ‘ए फोटोग्राफ टेल्स ए थाउंजेंड वल्र्ड’, हॉवर्ड वुल्फ और क्रिस्टोफर हेल्वे की ‘राइटिंग: एक्सपीरियंस एंड इमेजिनेशन’ और जयश्री सेठी का नाटक ‘वो अफसाना’ शामिल थे। शफक़़त अमानत अली के सेशन ‘पोएट्स हूम आई हैव संग’ ने लिटफेस्ट को एक नए शिखर पर पहुंचा दिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन, शरद जगतियानी के सेशन ‘सिंग मी ए सॉन्ग’ और जिया लाल ठाकुर और उनकी हिमाचली मंडली ने अपने गीतों की एक बेहतरीन प्रस्तुति दी। बच्चों को मंत्रमुग्ध करने और उन्हें विभिन्न प्रकार की कविता और थिएटर कृत्यों के माध्यम से साहित्य पढऩे की आदत डालने के लक्ष्य के साथ लिटफेस्ट को एक साहित्यिक भ्रमण और एक तरह का एक सहभागिता कार्यक्रम के तौर पर आयोजित किया गया था।