जर्जर हालात नाहन सीएमओ कार्यालय अब नाहन मेडिकल कॉलेज के कब्जे में जाने को मोहताज

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नाहन: जिला सिरमौर सीएमओ ऑफिस कभी भी नाहन मेडिकल कॉलेज के कब्जे में जा सकता है। सीएमओ कार्यालय पर मेडिकल कॉलेज के कब्जे की इसलिए भी संभावनाएं मानी जा रही हैं क्योंकि सालों बीत जाने के बाद अभी भी इस बिल्डिंग को रिकंस्ट्रक्ट करने की कोई योजना नहीं बन पाई है। हैरानी तो इस बात की है कि यह भवन 28 नवंबर 2017 को ज्वाइंट कमेटी के इंस्पेक्शन में अनसेफ डिक्लेअर हो चुका है। बावजूद इसके इस जिला मुख्यालय कार्यालय में दर्जनों कर्मचारी जान को जोखिम में डालकर सरकार को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इससे भी बड़ी हैरानी तो इस बात की है कि विभाग बार-बार एक ही राग अलाप रहा है कि उन्हें शिफ्ट करने के लिए कार्यालय हेतु जगह नहीं मिल रही है। वही सूत्रों की माने तो मौजूदा सीएमओ से पहले रहे सीएमओ व अन्य अधिकारियों के द्वारा विला राउंड में एक खुला डुला भवन भी तलाश लिया गया था बावजूद इसके अनसेफ बिल्डिंग से स्टाफ को टेंपरेरी भवन में शिफ्ट नहीं किया गया। ऐसे में यदि कोई बड़ी दुर्घटना इस भवन में हो जाती है तो इसकी जिम्मेवारी सीधे-सीधे सरकार व प्रशासन की होती है। वही टेंपरेरी शिफ्टिंग को लेकर जो महत्वपूर्ण जानकारी मिली है वह बड़ी चौंकाने वाली है। जानकारी तो यह मिली है कि एक जनप्रतिनिधि व कुछ अधिकारियों ने सीएमओ ऑफिस का जिला मुख्यालय में कोई औचित्य नहीं बताया। इसको लेकर यह राय भी दी गई कि क्यों ना सीएमओ ऑफिस नाहन मेडिकल कॉलेज को दे दिया जाए। बताना जरूरी है कि इससे पहले भी ऐसा वाक्य हो चुका है। मेडिकल कॉलेज के बिल्कुल साथ लगती जिला आयुर्वेदिक विभाग की बिल्डिंग को मेडिकल कॉलेज के हवाले कर दिया गया था। जिसके बाद आयुर्वेदिक भवन पुराने साइंस ब्लॉक की बिल्डिंग में चल रहा है। सूत्रों की माने तो जानकारी यह भी मिली है कि सीएमओ ऑफिस कभी भी पांवटा शिफ्ट किया जा सकता है। इसके पीछे बड़ी वजह नाहन में मेडिकल कॉलेज के अलावा कोई बड़ा अन्य अस्पताल ना होने की दी गई है। अब यदि यह सीएमओ ऑफिस यहां से शिफ्ट होता है तो यह पांवटा वासियों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। तो वही सीएमओ ऑफिस का नाहन से चले जाना नाहन की जनता के साथ एक बड़ा धोखा होगा। उधर सीएमओ जिला सिरमौर डॉ सुनील कुमार गौतम ने बताया कि यह कार्यालय 28 नवंबर 2017 को अनसेफ डिक्लेअर किया गया था। वही , एसडीएम नाहन रजनेश कुमार ने कहा कि अगर यह भवन अनसेफ डिक्लेअर किया जा चुका है और कर्मचारी अभी भी वहां सेवाएं दे रहे हैं तो यह बड़ा गलत है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को लेकर जांच करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय को लेकर उचित कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।