ऊना: भारत जैसे बड़े देश में सरकारी अस्पतालों का महत्व बहुत अधिक है और अधिकतर जनता इन सरकारी अस्पतालों पर ही अपनी बीमारी और इलाज के लिए निर्भर करती है ऐसे में अस्पताल मी व्यवस्थाओं और डॉक्टर व अन्य कर्मियों के कामों का जायजा लेना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है मगर देश में इस ओर कम ही ध्यान दिया जाता है मगर मंगलवार को जिला ऊना के अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डॉ. अमित कुमार शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह निर्देश दिए कि सभी सरकारी अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों का फीडबैक प्राप्त करने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। यह निर्देश अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है इससे ना केवल अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार लाया जा सकता है यह जानने में भी मदद मिल सकेगी की मरीज और आम जनता अस्पताल की सेवाओं से कितनी संतुष्ट है।
बैठक के दौरान एडीसी ने कहा कि जिला के सभी सीएचसी तक प्रमुख स्थान पर फीडबैक बॉक्स लगाए जांए और स्वास्थ्य विभाग प्रति माह मरीजों के फीडबैक का सार तैयार कर जिला प्रशासन के साथ साझा करे।
डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि अस्पताल में मरीज की संतुष्टि को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ मरीजों एवं उनके तीमारदारों के साथ सभी हितधारकों का बराबर दायित्व है। मरीज व उनके तीमारदार अपना सही फीडबैक दें, ताकि जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर सुविधाएं जुटा सके। उन्होंने अस्पतालों में भीड़ प्रबंधन बेहतर बनाने पर भी जोर दिया।
ओपीडी सेवाओं में हरोली, आईपीडी में अंब प्रथम
बैठक में एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि रोगियों की प्रतिक्रिया के अनुसार ओपीडी सेवाओं में सीएच हरोली तथा आईपीडी सेवाओं में सीएच अंब प्रथम रहा है। फीडबैक के अनुसार हरोली को 4 में से 3.8 अंक प्राप्त हुए हैं, जबकि अंब को 3.7 अंक मिले हैं, जो 95 प्रतिशत है। वहीं क्षेत्रीय अस्पताल ऊना को 79 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। डॉ. अमित कुमार शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की सराहना की और इन प्रयासों को जारी रखने को कहा। बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएस सिद्धू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।