पटियाला में धूल फांक रहे हैं हिमाचल के एयरक्राफ्ट, सरकार की अनदेखी से एनसीसी कैडेटों को एयर फोर्स में जाने का नहीं मिल रहा अवसर: ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोहित दत्ता

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शिमला: एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में वीरवार को एनसीसी गतिविधियों, एनसीसी सुविधाओं, एनसीसी में छात्र-छात्राओं का नामांकन व भर्ती का जायजा लेने पहुँचे एनसीसी के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोहित दत्ता ने विश्वविद्यालय प्रशासन और एनसीसी कैडेटों से संवाद किया। इस दौरान ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोहित दत्ता के साथ सेवन एच. पी. (आई) कंपनी एनसीसी शिमला के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी. आर. गार्गी भी उपस्थित रहे। ग्रुप कमांडर का विश्वविद्यालय परिसर में आने पर एनसीसी कैडेटों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान ने ग्रुप कमांडर का विश्वविद्यालय में पधारने पर स्वागत व धन्यवाद किया। एक महीना पहले एनसीसी ग्रुप मुख्यालय शिमला हिमाचल प्रदेश का ग्रुप कमांडर का कार्यभार संभालने के बाद विश्वविद्यालय में पहली बार आकर एनसीसी कैडेटों सहित छात्र-छात्राओं को देश-भक्ति, राष्ट्र-प्रेम, समाज-सेवा, एकता का पाठ पढ़ाया। ब्रिगेडियर दत्ता ने कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ कि विश्वविद्यालय का पढ़ाई और एनसीसी की गतिविधियों के लिए बेहतरीन सुविधाओं से लैस विश्वविद्यालय है। ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोहित दत्ता ने विश्वविद्यालय के सभागार में एनसीसी कैडेटों, छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि बेहतरीन शिक्षा के साथ बेहतरीन हुनर व स्किल्स का होना जरूरी है तभी राष्ट्र-निर्माण और आत्मनिर्भर भारत को बल मिलेगा यह तभी संभव है जब हर नागरिक, हर युवा में अपने राष्ट्र के लिए अपना बहुमूल्य योगदान दें और इसके लिए देश-भक्ति की भावना, देश प्रेम की भावना जागृत होनी चाहिए। ग्रुप कमांडर रोहित दत्ता ने कहा कि राष्ट्र के विकास और सुरक्षा के लिए एनसीसी और सशत्र बल में प्रवेश लेने के लिए हमेशा एक छात्र को तैयार रहना चाहिए। ब्रिगेडियर दत्ता ने छात्रों को एनसीसी जॉइन करने के लिए प्रेरित किया औऱ एनसीसी का उद्देश्य, लाभों और एनसीसी सी प्रमाणपत्र प्राप्त कैडेटों को सीधे तौर पर सेना के तीनों विंगों में ऑफिसर बनने का अवसर मिलता है और अन्य सेवाओं में भी मेधावी कैडेटों को पहल दी जाती है। ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोहित दत्ता प्रदेश सरकार पर बरसे और नाराज़गी जताई कि सरकार प्रदेश के युवाओं के हित के लिए एनसीसी को बेहतरीन तरीके से सुविधाएं प्रदान नहीं कर रही है। ग्रुप कमांडर रोहित दत्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एनसीसी से करियर संबंधित बात कोई नहीं करता जबकि दूसरे राज्यों में एनसीसी के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं और हिमाचल प्रदेश में एनसीसी के लिए जो अल्प सुविधाएं हैं उनसे भी प्रदेश के छात्र दूर हैं। ब्रिगेडियर दत्ता ने कहा कि यही कारण है कि हिमाचल के एनसीसी कैडेटों को फ्लाइंग में करियर बनाने से चूक जाते हैं। ब्रिगेडियर दत्ता ने जोर देकर कहा कि प्रदेश में एनसीसी के दो एयरक्राफ्ट हैं जो पंजाब के पटियाला में तीन सालों से धूल फांक रहे हैं और प्रदेश सरकार ने कई बार इन एयर क्राफ्टों को हिमाचल में एयर विंग के कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध करवाने के केवल आश्वासन ही दिए और हर बार अनदेखा कर दिया जाता है। ब्रिगेडियर दत्ता ने कहा कि बड़ी संख्या में हिमाचल के एयरविंग के कैडेट फ्लाइंग में करियर बनाने में चूक जाते हैं और उन्हें कोई अवसर नहीं मिलता है या फिर फ्लाइंग-प्रशिक्षण लेने के लिए प्रदेश से बाहर दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ता है। दत्ता ने कहा कि इन एयरक्राफ्टों को हिमाचल की एयर विंग यूनिटों में कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया तो ये जल्द ही ये एयरक्राफ्ट हिमाचल को नहीं मिलने वाले हैं और यहां सालों से एयर क्राफ्टों के हैंगर व पार्किंग स्थल भी बेहतर नहीं हैं। दत्ता ने कहा कि एक एयर क्राफ्ट पायलट बनने के लिए करोड़ों रुपए खर्च हो जाते हैं और प्रदेश के छात्रों व कैडेटों को एयर क्राफ्टों की प्रशिक्षण सुविधा आसानी से निःशुल्क प्रदेश में मिल जाए तो वे कमर्शियल फ्लाइंग में अपना करियर बना सकते हैं और एयर फोर्स में भी जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एयर विंग के कैडेटों ने पटियाला में रखे इन एयरक्राफ्टों से हिमाचल के एनसीसी कैडेटों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है और वे फ्लाइंग में अपना करियर बनाने का अवसर खो रहे हैं। ब्रिगेडियर दत्ता ने कहा कि हिमाचल में एनसीसी के प्रति अभी जगरूकता की कमी है और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को एनसीसी जॉइन करने का अवसर मिलना चाहिए। कुलपति प्रो. रमेश चौहान और कुलसचिव बलराम झा ने विश्वविद्यालय में एनसीसी के लिए बेहतरीन सुविधा प्रदान करने का भरोसा दिलाया और कहा कि कोविड महामारी के चलते एनसीसी में प्रवेश थोड़ा कम रहा और इस बार नए शैक्षणिक सत्र से आर्मी विंग की सभी सीटों में नए कैडेटों का प्रवेश कर लिया है। इस दौरान ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोहित दत्ता ने छात्रों और एनसीसी कैडेटों से संवाद किया कि एनसीसी में कोई दिक्कत हो तो अपने एनसीसी अधिकारी, कुलपति, कुलसचिव, कमाडिंग ऑफिसर और ग्रुप कमांडर को बताएं।