शिमला से कशिश गुप्ता की रिपोर्ट
भारतीय छात्र संसद के 12वें संस्करण का आयोजन इस वर्ष पुणे में किया जा रहा है. 15 से 17 सितंबर तक चलने वाली छात्र संसद में बड़ी संख्या में हिमाचल के युवा भी शामिल होंगे. जिसके लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. इसमें विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज युवा समेत 10 हजार से अधिक छात्र भाग लेंगे. 3 दिवसीय इस छात्र संसद का आयोजन भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन और केंद्रीय खेल एंव युवा कल्याण मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है.
छात्र संसद के राज्य समन्वयक कमल ठाकुर ने शिमला में बताया कि छात्र संसद में भाग लेने के लिए 15 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन होगा. यह छात्र संसद 15 से 17 सितंबर तक पुणे में होगा. देश भर से छात्र नेता इसमें भाग लेंगे ओर ज्वलंत मुद्दों को लेकर इसमें भाषण के साथ चर्चा की जाएगी.3 दिवसीय भारतीय छात्र संसद मे भारत सरकार के कानून और न्याय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल सहित कई केंद्रीय मंत्री, राज्यसभा सांसद, अलग अलग राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय प्रवक्ता, राजनीतिक, सामाजिक, मीडिया, अभिनय, उद्योग, कानून, आध्यात्मिक व खेल क्षेत्र के अनेक दिग्गज युवा शामिल होंगे. छात्र संसद में भाषण स्वतंत्रता, वंशवाद, भारतीय मीडिया ,समान नागरिकता संहिता जैसे विषयो पर चर्चा होगी.
भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी पुणे के संयुक्त तत्वावधान में 15 से 17 सितंबर तक तीन दिवसीय 12वीं भारतीय छात्र संसद का आयोजन कोठरूद स्थित एमआईटी डब्ल्यूपी के स्वामी विवेकानंद समभाव मंडप में किया गया है यह छात्र संसद 2011 से हर साल आयोजित की जा रही है।
छात्र संसद का गठन महाराष्ट्र राज्य की उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्रालय के साथ-साथ खेल और युवा कल्याण मंत्रालय तथा मानवाधिकार, लोकतंत्र, शांति के लिए यूनेस्को चेयर के सहयोग से किया जा रहा है कई राष्ट्रीय संगठनों ने भी संसद का समर्थन किया है। हर साल 10 हजार से अधिक उत्साही छात्र पूरे देश भर से भाग लेते हैं।
भारतीय छात्र संसद को युवा पीढ़ी की मानसिकता में क्रांतिकारी बदलाव लाने के उद्देश्य से की गई थी जिसमें उन्हें राष्ट्र समाज निर्माण के उद्देश्य से सार्वजनिक कार्य में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया था ।छात्र संसद देश में एकमात्र और सबसे बड़ा प्रशिक्षण वर्ग है जो भविष्य के राजनीतिक नेताओं को तैयार करता है इस संसद के माध्यम से युवाओं का राजनीति राजनीतिक नेताओं और लोकतंत्र के प्रति नजरिया बदल रहा है।
भारतीय संसद से प्रेरित होकर हिमाचल प्रदेश में भी लगभग 4 वर्ष से हिमाचल छात्र सांसद कार्य कर रही है ,और इस बार नई कार्यक्रम समिति का गठन किया गया है। 18 सितंबर को 4 साल पूरे होने वाले हैं जिसमें कमल ठाकुर अध्यक्ष के तौर पर काम करेंगे और अजय भारद्वाज वाइस प्रेसिडेंट और एडिशनल चार्ज जनरल सेक्रेटरी रहेंगे और गोविंद चौहान ज्वाइंट सेक्रेट्री हरीश ठाकुर अवंतिका पांटा और डॉक्टर सौरभ कुंडल प्रदेश के चार एग्जीक्यूटिव गवर्निंग काउंसिल रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश के छात्र संसद के फाउंडर डॉक्टर वीर विक्रम सिंह जो कि डॉक्टर के रूप में कार्यगत है। कोविड-19 से पहले 2019 में संजौली महाविद्यालय में हिमाचल छात्र संसद करवाया गया था जहां पर हिमाचल प्रदेश छात्र संसद के पूरे हिमाचल से हर क्षेत्र से छात्रों ने भाग लिया था जैसे कि चंम्बा, भरमौर, किन्नौर ,लाहौल स्पीति और ऐसे अलग-अलग हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न परेशानियों जैसे हॉर्टिकल्चर, एग्रीकल्चर और ट्रैफिक, शिक्षा इन विषयों पर चर्चा की गई थी।