किन्नौर: देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी ने शनिवार को सुबह अपने घर पर अंतिम सांस ली। वह काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे अपनी अस्वस्थता के चलते ही बुधवार को अपने घर में ही उन्होंने मतदान किया। हालांकि इससे पहले हर बार वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर जाते थे l पोलिंग बूथ पर चुनाव आयोग की ओर से उनका रेड कारपेट स्वागत किया जाता था। इस बार भी नेगी खुद तो चाहते थे कि वह मतदान करने पोलिंग बूथ पर जाए लेकिन उनके शरीर ने जब साथ नहीं दिया तो परिवार वालों की बात मान ली और घर से ही वोट डाला। बुधवार को उन्होंने अपने घर से वह डाला था।
श्याम सरन का वोट बनाने के लिए ये अधिकारी थे मौजूद
उनका वोट बनाने के लिए किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद थी। प्रशासन ने किन्नौरी वाद्ययंत्रों की व्यवस्था कर रखी थी। इन धुनों के बजाते हुए उनका स्वा वी गत किया । इसके बाद उन्होंने मतदान किया था
25 अक्टूबर 1951 को डाला था देश के पहले मतदाता ने वोट
जुलाई 1917 को कल्पा में जन्में श्याम सरन नेगी देश के प्रथम मतदाता थे। इन्होंने 1951 के पहला वोट आजाद भारत में डाला था। बुधवार को पहली बार इन्होंने अपने घर से अपने मत प्रयोग किया था। 106 साल की आयु में श्याम सरन नेगी आज तक हर लोकसभा व विधानसभा के चुनावों में पोलिंग बूथ में जाकर वोट डालते रहे थे। इस बार भी उनकी यहीं तैयारी थी, लेकिन स्वास्थ्य साथ न होने के कारण उन्होंने घर से वोट डालने का फैसला लिया है
2014 में चुनाव आयोग ने बनाया ब्रांड एंबेसडर
श्याम सरन नेगी को चुनाव आयोग ने 2014 के आम चुनाव के दौरान ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था। 12 जून, 2010 को मुख्य चुनाव आयुक्त ने उन्हें कल्पा आकर पहले मतदाता होने पर बधाई भी दी थी।