लम्पी स्किन बीमारी से बचाव के लिए राज्य स्तरीय मुफ़्त टीकाकरण मुहिम मोहाली से होगी शुरू
पशु अस्पतालों और पशु डिस्पैंसरियों के स्तर पर 773 टीमें बनाकर किया जाएगा टीकाकरण
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चंडीगढ़। पंजाब के पशु पालन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि लम्पी स्किन बीमारी से बचाव के लिए राज्य स्तरीय मुफ़्त टीकाकरण मुहिम 15 फरवरी को एसएएस नगर (मोहाली) से शुरू की जा रही है, जिसके लिए सभी प्रबंध मुकम्मल कर लिए गए हैं।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने इस साल के दौरान लम्पी स्किन बीमारी से गायों के आगामी बचाव के लिए मैगा टीकाकरण मुहिम शुरु करने के लिए पंजाब राज्य में 25 लाख गायों को गोट पॉक्स वैक्सीन की 25 लाख डोज़ के टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष अन्य राज्यों से पंजाब में फैली इस बीमारी से पशु-धन का बहुत नुकसान हुआ था। यह बीमारी फिर राज्य में कृषि, पशु-धन और सम्बन्धित पेशों का नुकसान ना कर सके, इसके लिए राज्य सरकार ने पहले ही योजना बना ली है।
उन्होंने बताया कि लम्पी स्किन बीमारी की रोकथाम और भविष्य की रणनीति बनाने के लिए गठित किए गए मंत्री समूह की बैठक में लिए गए फ़ैसले के अनुसार 15 फरवरी, 2023 से राज्य स्तरीय मैगा टीकाकरण मुहिम शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि करीब 75 दिन तक चलने वाली इस टीकाकरण मुहिम के दौरान 30 अप्रैल, 2023 तक राज्य के समूचे गऊधन का मुफ़्त टीकाकरण किया जाएगा।
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पशु पालन मंत्री ने बताया कि तेलंगाना के सरकारी ‘‘स्टेट वैटरनरी बायलॉजीकल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद’’ से 25 लाख डोज़ खरीदकर लुधियाना स्थित पंजाब वेटरनरी वैक्सीन संस्था में वैज्ञानिक तरीके से सुरक्षित स्टोर की गई हैं, जहाँ से इन डोज़ को विभिन्न जिलों में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन को तेलंगाना से ट्रांसपोर्ट करते समय वैक्सीन की गुणवत्ता के लिए कोल्ड चेन बरकरार रखने का विशेष ध्यान रखा गया है।
मैगा टीकाकरण मुहिम के लिए किए गए प्रबंध-
इस दौरान पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव विकास प्रताप ने बताया कि टीकाकरण मुहिम को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए डायरैक्टोरेट में एक ज्वाइंट डायरैक्टर स्तर के अधिकारी को नोडल अफ़सर के तौर पर नियुक्त किया जा रहा है, जो रोज़मर्रा की प्रगति पर नजर रखेगा और तालमेल बनाए रखेगा। विभाग द्वारा पहले जारी हिदायतों के अनुसार पंजाब राज्य के पशु अस्पतालों और पशु डिस्पैंसरियों में तैनात समूह वेटरनरी अफ़सर, वेटरनरी इंस्पेक्टर, वेटरनरी फार्मासिस्ट और दर्जा चार कर्मचारियों पर आधारित 773 टीमें बनाकर टीकाकरण किया जाएगा और टीकाकरण के दौरान कोल्ड चेन का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि विभाग के प्रशासनिक ढांचे को मज़बूत करने के लिए दिसंबर 2022 में 77 वैटरनरी अफ़सरों को सीनियर वैटरनरी अफ़सरों/सहायक डायरेक्टरों के तौर पर तरक्की दी गई ताकि समूचे पंजाब में जिला/तहसील स्तर पर टीकाकरण मुहिम और अन्य विभागीय योजनाओं का सुचारू रूप से निरीक्षण सुनिश्चित बनाया जा सके। टीकाकरण मुहिम के मद्देनजर विभाग द्वारा 418 वैटरनरी अफ़सरों की भर्ती प्रक्रिया तेज़ी से मुकम्मल की जा रही है जिसके अधीन तकरीबन 200 वेटरनरी अफसरों को इसी महीने नियुक्ति पत्र देकर तैनात कर दिया जाएगा ताकि यह अधिकारी भी टीकाकरण की इस राज्य स्तरीय मुहिम में अपना योगदान दे सकें।
जि़क्रयोग्य है कि विशाणुओं से होने वाली लम्पी स्किन बीमारी ने जुलाई 2022 में राज्य के गऊधन को बड़े स्तर पर अपनी चपेट में ले लिया था। राज्य के सभी जिलों में करीब 1.75 लाख गऊधन प्रभावित हुआ था और इस समय के दौरान लगभग 18 हज़ार गऊधन की मौत हुई थी।
राज्य सरकार द्वारा लम्पी स्किन बीमारी की गंभीरता को देखते हुए और पशु पालकों की आर्थिकता बचाने के मकसद से वित्त मंत्री स. हरपाल सिंह चीमा, कृषि मंत्री स. कुलदीप सिंह धालीवाल और पशु पालन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर पर आधारित मंत्री समूह का गठन किया गया था। मंत्री समूह द्वारा गुरू अंगद देव वैटरनरी और एनिमल साइंसिज़ यूनिवर्सिटी, लुधियाना के माहिरों और विभागीय अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर बीमारी से बचाव, पशुओं के इलाज और बीमारी के हमले को रोकने के लिए भविष्य की रणनीति बनाने के लिए उचित फ़ैसले लिए थे, जिस कड़ी में यह मुफ़्त टीकाकरण की मुहिम चलाई जा रही है।
सरकार द्वारा पिछले वर्ष अचानक यह महामारी फैलने पर तुरंत कदम उठाते हुए 1.54 करोड़ रुपए की लागत के साथ 10.16 लाख डोज़ तेलंगाना राज्य से एयर-लिफ़्ट की गईं और राज्य के 9.2 लाख पात्र गऊधन का मुफ़्त टीकाकरण किया गया, जिसके निष्कर्ष के तौर पर पशुधन का बचाव संभव हो सका। इसके अलावा प्रभावित पशुओं के इलाज के लिए जिलों को दवाओं की खऱीद के लिए 1.34 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई। उन्होंने कहा कि पशु पालन विभाग, पंजाब पशु पालन मंत्री के योग्य नेतृत्व में निरंतर कार्यशील है।