आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। महाराष्ट्र राज्य के पुणेस्थित महाराष्ट्र इंस्टीच्युट ऑफ टेक्नोलॉजी विश्व शांति विश्वविद्यालय में हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कानून की पढाई करने वाले छात्र -छात्राओं को सम्बोधित किया। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें विशेष रूप से मुख्य अतिथि के रूप में उन छात्र -छात्राओं से संवाद करने हेतु आमंत्रित किया है।

महाराष्ट्र इंस्टीच्युट ऑफ टेक्नोलॉजी अगले महिनें 14 जून से 18 जून,2023 तक राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन का पूणे में आयोजन करने जा रहा है। पूणे में सभी राज्य के तीन हजार से अधिक विधायकों के भाग लेने की सम्भावना है। इस सम्मेलन मे भाग लेने के लिए हिमाचल प्रदेश से 35 से 40 विधायक अब तक अपनी सहमति पूणे स्थित संस्थान को भेज चुके है। कुलदीप सिंह पठानिया सम्मेलन के आयोजन की प्रारम्भिक तैयारियों से सम्बन्धित भी पूणे विश्व शांति विश्वविद्यालय गये है।
एम0 आई0 टी0 विश्व शांति विश्वविद्यालय पहॅुचने पर पठानिया का विश्वविद्यालय के कुलपति डॅा0 आर0 एम0 चिटनिस तथा विश्वविद्यालय के अन्य स्टॉफ सदस्यों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर पठानिया ने ” सार्वजनिक जीवन के अध्ययन से देश की सेवा करने वाले युवाओं के सामने अवसर और चुनौतिया” (राजनिति और न्यायालिका पर विशेष ध्यान) विषय पर सम्बोधन देते हुए कहा कि आज समय के साथ पूरा विश्व बदल रहा है। आज टेक्नोलॉजी का जमाना है आज बहुत सी सुविधायें तथा सहुलियतें आज के युवाओं को आसानी से हासिल हो रही है, एक समय था जब बच्चों को किताबें तक भी मुहैया नही हो पाती थी लेकिन आज उनके पास आधुनिक सुविधाओं के साथ कई विकल्प मौजूद है। इस देश मे युवाओ की तादाद पूरे विश्व मे सर्वाधिक है और हमें इस युवा शक्ति का दोहन राष्ट्र निर्माण तथा समृद्वि हासिल करने के लिए करना होगा । पठानिया ने इस अवसर पर सभी छात्रों का आहवान किया कि आप सभी को राष्ट्र सेवा के लिए तत्पर चाहिए क्योंकि राष्ट्र सर्वोपरि है आप चाहें तो इस देश की सेवा एक न्यायधीश बनकर करें चाहें जन प्रतिनिधि बनकर लेकिन आपको समपर्ण की भावना से कार्य करना होगा। हालांकि चाहे जनप्रतिनिधि की राह हो या कानून की अनुपालना कराने बाले की दोनों में जहां अवसर है वहा चुनौतिया भी है। हमे मिलकर समाज तथा देश के लिए कार्य करना है।
इस अवसर पर पठानिया ने महाराष्ट्र इंस्टीच्युट ऑफ टेक्नोलॉजी विश्व शांति विश्वविद्यालय के संरक्षक राहुल कुमार का उन्हें आंमत्रित करने के लिए धन्यावाद किया तथा उन्हे विश्वविद्यालय के स्थापना के 40 वर्ष पूर्ण होने की बधाई दी गौरतलब है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना राहुल के पिता द्वारा वर्ष 1983 में की गई थी।