हिमाचल में घर बनाने का सपना होगा पूरा: ग्रीन व कोर एरिया में निर्माण पर लगी रोक हटी 

शिमला डेवलपमेंट प्लान ने की नोटिफिकेशन जारी, ग्रीन एरिया में एक मंजिल के साथ बना सकेगे अब हेबिटेबलल एटिक

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ग्रीन व कोर एरिया शिमला
ग्रीन व कोर एरिया शिमला

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

 

 

शिमला।  हिमाचल की राजधानी में रह रहे लोगों का अब घर बनाने का सपना पूरा हो सकेगा। नया प्लान लागू होने के बाद ग्रीन व कोर एरिया में निर्माण पर नवंबर 2017 से लगी रोक हट गई है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद शहरी विकास विभाग ने बुधवार देर शाम शिमला डेवलपमेंट प्लान की नोटिफिकेशन जारी कर दी है। अब शिमला में भवन निर्माण पर लगी पाबंंदियां खत्म हो जाएंगी। इन क्षेत्रों के लोग नगर निगम (MC) से नक्शा पास करवाकर भवन निर्माण TCP एक्ट के दायरे में रहकर किया जा सकेगा।

 

 

TCP विभाग ने लगभग 43 साल बाद शिमला का डेवलपमेंट प्लान बनाया है। पिछले साल फरवरी में इस प्लान को बनाया गया। इसके बाद 11 मार्च तक शहर की जनता से इस पर ऑब्जेक्शन और सुजेशन मांगे गए। इन्हें निपटाने के बाद नया प्लान तैयार किया है। इस प्लान पर अभी सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। कोर्ट के निर्देशों पर ही इसे नोटिफाई किया गया है। माना जा रहा है कि अगली सुनवाई में सरकार इसे कोर्ट में पेश करेगी।

शिमला शहर में 17 ग्रीन बेल्ट है। अब इनमें भी सशर्त भवन निर्माण की मंजूरी मिलेगी। ग्रीन एरिया में एक मंजिल के साथ हेबिटेबल एटिक बनाई जा सकेगी। ग्रीन एरिया में पेड़ काटकर निर्माण की अनुमति नहीं मिलेगी। खाली जमीन पर ही भवन निर्माण की मंजूरी दी जाएगी। ग्रीन एरिया में रिहायशी मकान बनेंगे, कॉमर्शियल की इजाजत नहीं होगी। शहर के कोर एरिया में दो मंजिलों के साथ पार्किंग फ्लोर और एटिक के निर्माण की इजाजत होगी। कोर एरिया में बनने वाले रिहायशी और कॉमर्शियल परिसरों की अधिकतम ऊंचाई 13 मीटर रहेगी। बता दें कि शिमला में कोर एरिया सर्कुलर रोड से ऊपर का क्षेत्र शामिल है।

 

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 शिमला के प्लानिंग एरिया में NGT के नवंबर 2017 के आदेशों के अनुसार, ढाई मंजिला मकान बनाने की शर्त थी। नया प्लान लागू होने से इस एरिया के लोग तीन मंजिल प्लस एटिक बना सकेंगे। पार्किंग फ्लोर अतिरिक्त मिलेगा। प्लानिंग एरिया में रिहायशी भवन की अधिकतम ऊंचाई 16.50 मीटर रहेगी। कॉमर्शियल भवनों में चार मंजिलें बनाने की छूट रहेगी। पार्किंग फ्लोर और एटिक की भी सुविधा मिलेगी। अधिकतम ऊंचाई 21 मीटर रहेगी। शिमला के डेवलपमेंट प्लान में शहर की बढ़ती आबादी को सुनियोजित ढंग से बसाने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। इसके लिए जाठियादेवी में नया शहर बसाने की योजना है। यहां एक लाख की आबादी के लिए काउंटर मेगनेट टाउन बसाया जाना प्रस्तावित है, ताकि शिमला शहर पर आबादी का बोझ कम किया जा सके।

 

जाठिया के अलावा घंडल, फागू, नालदेहरा और चम्याणा में भी सैटेलाइट टाउन बनाए जाने की योजना है। इसके लिए डेवलपमेंट प्लान में सड़क, रोपवे आदि का जिक्र किया गया है।