आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंत्रिमण्डल के अपने सहयोगियों, प्रदेश के कर्मठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा जन-जन के सहयोग से इस संकट काल में सभी की सुरक्षा सुनिश्चित बनाई है और प्रभावितों को अविलम्ब राहत पहुंचाई है। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के रामशहर में विभिन्न विभागों के साथ आपदा प्रबंधन के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
संजय अवस्थी ने कहा कि इस वर्ष भारी वर्षा के कारण प्रदेश और सोलन ज़िला में व्यापक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला में अभी तक लगभग 414 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। उन्होंने कहा कि भारी वर्षा से सोलन ज़िला में फसलों को होने वाला नुकसान लगभग 15 करोड़ रुपये है। ज़िला में 02 करोड़ रुपये से अधिक की फल की फसल प्रभावित हुई है।
मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि ज़िला के चार गांव में भारी वर्षा से आवासों को व्यापक स्तर पर नुकसान हुआ है। भूस्खलन एवं अन्य कारणों से सोलन ज़िला के कठार, शामती, बलाना, कोठी तथा क्यार गांव के लगभग 250 लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि कठार के 86 व्यक्तियों को राजकीय माध्यमिक पाठशाला गमझून तथा बलाना, कोठी एवं क्यार गांव के लगभग 180 से 200 व्यक्तियों को जटोली महादेव मंदिर और राधा स्वामी सतसंग व्यास सोलन में आसरा दिया गया है।
संजय अवस्थी ने कहा कि ज़िला में लोक निर्माण विभाग को 100 करोड़ रुपये से अधिक, जल शक्ति विभाग को 41 करोड़ रुपये से अधिक, विद्युत बोर्ड को लगभग 08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार त्रि-स्तरीय राहत प्रदान करने के लिए कार्यरत है। लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, विद्युत बोर्ड तथा अन्य सम्बद्ध विभागों की क्षतिग्रस्त योजनाओं को युद्ध स्तर पर ठीक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभावित लोगों को समयबद्ध सहायता सुनिश्चित बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भविष्य में आपदाओं से अधिक प्रभावी तरीके से निपटने के लिए योजनाबद्ध कार्य कर रही है।
संजय अवस्थी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा का समय एवं स्थान कभी निश्चित नहीं होता, परंतु एकजुट होकर ही आपदाओं से सफलतापूर्वक उभरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी इस संकट की घड़ी में प्रभावितों तक सहायता पहुंचाने के लिए ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारी वर्षा से हुए नुकसान के प्रभावित को समयबद्ध राहत राशि पहंुचाना सुनिश्चित बनाएं।
उन्होंने कहा कि वह स्वयं 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित चन्द्रताल झील के समीप फंसे 300 पर्यटकों को सुरक्षित स्थान तक पहंुचाने के लिए पर्यटकों के साथ वहीं रूके और राहत बचाव कार्य पूर्ण कर ही वापिस आए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों, बागवानों, छात्रों एवं रोगियों की सुविधा के लिए क्षतिग्रस्त मार्गों को तुरंत बहाल करें। उन्होंने लो वोल्टेज समस्या के निवारण के लिए विद्युत बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बाधित सिंचाई और जलापूर्ति योजनाओं को शीघ्र सुचारू करने और इस सम्बन्ध में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।