आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चंबा । जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी के राजकीय माध्यमिक पाठशाला कुलाल डिनोटिफाई होने के बाद ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ सोमवार को रोष रैली निकाली । ग्राम पंचायत मिंधल के दायरे में आने वाले कुलाल गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय को हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा डिनोटिफाई किया गया है। जिसमें तकरीबन 12 से 15 बच्चे शिक्षक ग्रहण करने होते थे लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से जब स्कूल को डिनोटिफाई किया गया तो बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए तकरीबन 12 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके राजकीय हाई स्कूल मिंधल जाना पड़ता है। हालांकि आपको बता दें कि स्कूल को दोबारा से नोटिफाई करने के लिए ग्रामीणों द्वारा हाल ही में पांगी में आए मंत्रियों को ज्ञापन भी सौंपा हुआ था लेकिन उसके बाद केवल ग्रामीणों को आश्वासन ही मिला। बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए सुबह शाम पैदल सफर तय करने से काफी दिक्कतें पेश आ रही है।
प्रजामंडल के प्रधान राकेश की अगुवाई में मुख्यालय किलाड़ में रौष रैली निकाली
इसी को देखते हुए सोमवार को ग्रामीणों व प्रजामंडल के प्रधान राकेश की अगुवाई में मुख्यालय किलाड़ में रौष रैली निकाली। यह रैली किलाड़ बस अड्डे से लेकर सिविल अस्पताल किलाड़ तक निकाली गई अंत में आवासीय पांगी के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन दिया गया और ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि एक सप्ताह के भीतर यदि स्कूल को नोटिफाई नहीं किया गया तो ग्रामीणों को मजबूरन भूख हड़ताल करनी पड़ेगी। ग्रामीणों द्वारा आवासीय आयुक्त पांगी रितिका जिंदल के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को ज्ञापन भेजा हुआ है ।
कुलाल गांव के लोगों ने स्कूल को दोबारा से नोटिफाई करने की उठाई मांग
और ज्ञापन में क्षेत्र की समस्याओं को बताते हुए स्कूल को दोबारा से नोटिफाई करने की मांग उठाई हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि घाटी का एकमात्र गांव जो मौजूदा समय मैं भी सड़क सुविधा से नहीं जुड़ा हुआ है ऐसे में गांव की समस्याओं को देखते हुए राजकीय माध्यमिक विद्यालय खोला गया था । उसको भी प्रदेश सरकार की ओर से डिनोटिफाई कर दिया गया है ऐसे में अब बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए तीन नालों को पार करके हाई स्कूल मिंधल जाना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से आग्रह किया है कि पांगी घाटी के कुलाल गांव की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए स्कूल को नोटिफाई किया जाए।