आदर्श हिमाचल ब्यूरो
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शिमला। आज के समय में अधिकतम रोगों का कारण बदलता लाइफस्टाइल है। लाइफस्टाइल संबंधित रोगों से निजात पाने के लिए सबसे पहले हमें जंक फूड को छोड़कर अपने पारंपरिक व्यंजनों की ओर लौटना होगा। पोषण माह के अन्तर्गत आज मंगलवान को आंगनवाडी केंद्र घियांना खुर्द में आयोजित एक कार्यक्रम में महिलाओं और बच्चो को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि जीवन में प्रत्येक कार्य को बखूबी करने के लिए अच्छा स्वास्थ्य एक प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने आहार और पोषण पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे पारंपरिक व्यंजन स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ-साथ सुलभ और किफायती भी हैं।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में स्वास्थ्य, शिक्षा व पंचायती राज विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए लोगों को जागरूक किया। साथ लगते गाँवों की करीब 70 महिलाओं व बच्चों ने इसमें भाग लिया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों के हेल्थ चेकअप के साथ-साथ उपस्थित महिलाओं का बीपी व ब्लड शुगर भी जांचा गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा महिलाओं के आभा (हेल्थ आईडी) कार्ड भी जेनेरेट किये गए।
उन्होंने जानकारी दी कि कार्यक्रम में स्वस्थ बालक स्पर्धा का भी आयोजन किया गया, जिसमें भाग लेने वाले सभी बच्चों को विभाग द्वारा पुरस्कृत किया गया। उन्होंने बताया कि जिला संयोजक पोषण अभियान अखिल वर्मा ने भी उपस्थित समूह को पोषण अभियान के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। वहीं राधिका ने सखी केंद्र द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम के समापन में दो बेटियों के नाम बूटे भी रोपित किए गए। कार्यक्रम में सीडीपीओ रमेश जागवान, वृत पर्यवेक्षक सतपाल सहित विभिन्न विभागों के कर्मचार व आंगनवाड़ी कार्यक्रर्ता उपस्थित रहीं।