आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: प्रदेश में जल्द ही चुनावों का बिगुल बजने वाला है ऐसे में अब टिकट को लेकर भी खूब दावेदारियां जताई जा रही है। पार्टियों के भीतर भी मंथन चल रहा है की आखिर किस जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाए। कांग्रेस खेमे की बात करें तो शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र पार्टी के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है। और इसी बीच लंबे समय तक सक्रिय रुप से छात्र राजनीति में हिस्सा लेने वाले और वर्तमान में कांग्रेस कमेटी में लीगल विभाग के नेता अभिषेक बारोवालिया ने भी शिमला शहरी से कांग्रेस की ओर से टिकट की दावेदारी पेश कर दी है जिसके बाद कांग्रेस के लिए भी टिकट वितरण इतना आसान नहीं होने वाला है
बात अभिषेक की करें तो कांग्रेस के बीच अभिषेक बारोवालिया की खासी पैठ है ऐसे में उनका दावा जायज नजर आता है। उन्होंने अपनी दावेदारी पेश करके कांग्रेस के पाले में गेंद थमा दी है अब देखना होगा कि क्या उन्हें पार्टी से टिकट मिलता है या नही और अभिषेक बारोवालिया का भविष्य किस ओर बढ़ता है।
अभिषेक बारोवालिया पेशे से एक वकील हैं और मुकदमेबाजी और मध्यस्थता लॉ फर्म बारोवालिया लॉ चैंबर के संस्थापक हैं। हिमाचल में जन्में और पले बढ़े अभिषेक बारोवालिया का प्रदेश की राजधानी से खासा नाता रहा है और वह अपने जीवन काल में लंबे समय तक राजधानी में रहे हैं। वर्तमान में अभिषेक बारोवालिया भारत के सर्वोच्च न्यायालय में अधिवक्ता अभ्यास कर रहे हैं और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय शिमला अभ्यास कर रहे हैं।
अभिषेक बारोवालिया की शिक्षा की बात की जाए तो अभिषेक बारोवालिया ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एलएलबी और बी.ए. शिमला सरकारी कॉलेज से किया है उन्होंने डीएवी से 12वीं की तो सीबीएसई बोर्ड में 10वीं शिमला पब्लिक स्कूल-शिमला से की।
अभिषेक बारोवालिया का राजनीति से भी पुराना नाता रहा है। अभिषेक बारोवालिया ने अपनी राजनीतिक करियर शुरुआत 2002 में की जब वे संजोली कॉलेज में NSUI प्रेस सचिव के पद पर नियुक्त हुए।
इनके पार्टि के प्रति काम और निष्ठा को देखते हुए 2003 में उन्हें हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के राज्य सचिव के पद के लिए चुना गया ।
2004 में बारोवालिया को प्रदेश महासचिव हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के रूप में नियुक्त किया गया। इसके अलावा वर्ष 2006 में उन्हें अतिरिक्त प्रवक्ता का प्रभार भी दिया गया।
वर्तमान में अभिषेक बारोवालिया प्रदेश कांग्रेस कमेटी कानूनी और मानवीय अधिकार विभाग में राज्य सचिव के तौर पर काम कर रहे हैं। वर्षों तक पार्टी के लिए काम करने और शिमला में अनेकों वर्षों तक काम करने के बाद अभिषेक ने टिकट की दावेदारी ठोक दी है ऐसे में देखना दिलचस्प होगा जिस कांग्रेस को पिछले चुनावों में शिमला शहरी की सीट गंवानी पड़ी थी वो इस बार किस पर दांव खेलती है।