शिमला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिमला में चल रही राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक के दूसरे दिन ‘सम-वेदना’ पुस्तक का विमोचन अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर छगनभाई पटेल,राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी, स्टूडेंट्स फॉर सेवा की राष्ट्रीय संयोजक मुस्कान आनंद तथा पुस्तक के संपादकों द्वारा किया गया। इस पुस्तक में अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोनाकाल में चलाए गए सेवा कार्य अभियानों के दौरान के संस्मरणों का संकलन किया गया है।
बैठक के दूसरे दिन अभाविप के मुखपत्र छात्रशक्ति के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद विशेषांक का विमोचन भी किया गया। ‘शोध’ आयाम द्वारा स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में आयोजित ज्ञात-अज्ञात हुतात्मा सर्वेक्षण की विवरणिका का विमोचन भी किया गया। अभाविप बंगाल के कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए गए ज्ञात अज्ञात हुतात्मा सर्वेक्षण के अंतर्गत बांग्ला भाषा में स्वतंत्रता संग्राम पर पुस्तक ‘आहुतिर महतप्राण’ का विमोचन भी किया गया।
साथ ही अभाविप द्वारा ‘एक गांव,एक तिरंगा’ अभियान की समीक्षा की गई। अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक के दूसरे दिन विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा हुई तथा संगठन द्वारा आने वाले समय में प्रस्तावित कार्यक्रमों पर चर्चा के उपरांत आगामी लक्ष्यों का निर्धारण किया गया। कल के दिन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे कार्यकर्ताओं का सम्बोधन करेंगे एवं कार्यकारी परिषद में 4 प्रस्ताव भी पारित किए जाएँगे।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि,” आज बैठक में देशभर से आए कार्यकर्ताओं ने समसामयिक विषयों पर अपने बहुमूल्य विचार व्यक्त किया। शनिवार विमोचित हुई समवेदना पुस्तक अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कोरोना में अनथक सेवा अभियानों का सजीव दस्तावेज है। यह पुस्तक आने वाले समय में युवाओं के लिए प्रेरणास्पद साबित होगी।”