छात्र मांगो को लेकर अभाविप ने किया धरना प्रदर्शन, कहा…विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में हीटर्स का प्रावधान किया जाए

बोले....पुनर्मूल्यांकन के परिणाम जल्द हो घोषित,ईआरपी में खामियों के कारण लंबित परीक्षा परिणामों वाले छात्रों के प्रवेश के लिए किया जाए प्रावधान 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष कर्ण भटनागर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए सुझावों के साथ साथ आम छात्रों की आवाज उठाने में सक्रिय भूमिका निभाता है। इसी के संदर्भ में आज विद्यार्थी परिषद ने ज्ञान पथ मार्ग में पिंक पेटल पर छात्र मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया । जिसमे विद्यार्थी परिषद की मुख्य मांग पिछले अक्टूबर के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम अभी तक नही आए हैं उन्हे जल्द से घोषित किया जाए।

 

परिणाम समय से न आने के कारण से छात्र अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने से वंचित रहे अन्य विश्वविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया एचपीआई के परिणाम घोषित करने से पहले पूरी हो जाती है जिस कारण से अनेक छात्रों का भविष्य संकट में धकेला जा रहा है। विद्यार्थी परिषद मांग करती है की पुनर्मूल्यांकन के परिणाम घोषित करने का समय निर्धारित किया जाए जिस से छात्रों के परिणाम समय पर घोषित हो सके।

साथ ही साथ इकाई मंत्री इंद्र सेन नेगी ने अपने सम्बोधन में बताया की बीएड अंतिम सत्र की परीक्षा परिणाम अभी तक घोषित नही हुए हैं इसलिए बीएड के अंतिम सत्र के परिणाम जल्द घोषित हो हम देखते हैं की शिक्षक पात्रता परीक्षा के आवेदन की तिथि भी विभाग द्वारा घोषित कर दी गई है । जिस के लिए बीएड के छात्र उसमे आवेदन करने से वंचित रह रहे हैं। पीजीटी के कमीशन के लिए आवेदन करने की तिथि भी आ चुकी है विश्वविद्यालय में मेरीटोरियल छात्र होने बावजूद भी छात्र इस प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग नहीं ले पाते हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अपने कैलेंडर के हिसाब से 3 महीने पीछे चला है। इस कारण से छात्र न अन्य विश्विद्यालय में स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश ले पाता है और न ही अन्य नौकरी की परीक्षाओं में भाग ले पाता है । विद्यार्थि परिषद प्रशासन से मांग करती है की विश्वविद्यालय अपने कैलेंडर के हिसाब से अपनी कार्यप्रणाली को चलाए जिस से सभी छात्रों के परिणाम भी समय से घोषित हो कर विश्वविद्यालय सुचारू रूप से अपने काम समय से कर पाए।

 

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साथ ही साथ अपनी मांगों ने विद्यार्थी परिषद ने बताया की कुछ विभगो के पास अभी तक अपना परिसर नहीं है उन्हें उनकी मूलभूत सुविधाएं मुहाया करवाई जाए उन में विभाग जैसे की। समाज शास्त्र विभाग ,सामाजिक कार्य विभाग , जनसंख्या अध्ययनविभाग ,रक्षा और रणनीति विभाग,पुरातत्त्व विभाग , फोरेंसिक विज्ञान विभाग, डेटा विज्ञान विभाग, कृत्रिम होशियारी (artificial intelligence) विभाग आदि विभागों को आर्ट्स फेस 3 निर्माणाधीन भवन में इन सभी विभागों को प्राथमिकता पर उच्चित रूप से कक्षा एवम लैब के लिए स्थान दिया जाए ।

 

इन में से अधिकतर विभाग विश्वविद्यालय में लगभग 20 वर्षो से हैं पंरतु अभी तक प्रशासन द्वारा इन्हे स्थाई परिसर की कोई सुविधा मुहैया नहीं करवाई है सामाजिक कार्य की फीस 14000 प्रति सत्र छात्रों को देने पड़ती है इनके फील्ड वर्क के लिए भी जो खर्च आता है उसे भी विश्वविद्यालय 20 सालो से हड़प रहा है ऐसे में परिषद प्रशासन से मांग करती है की फील्ड वर्क के पैसे का हिसाब किताब विभाग सार्वजनिक करे जिससे पारदर्शिता भी बनी रहे और छात्र भी उस पैसा का लाभ उठा सके। विद्यार्थी परिषद मांग करती है की इन सभी मांगों को प्राथमिकता पर पूरा किया जाए।

 

 

साथ ही परिषद ने अपनी मांग में बताया की अभी तक स्नातकोत्तर परीक्षा परिणामों को भी घोषित नही किया गया है । परिषद मांग करती है की स्नातकोत्तर कक्षाओं में परिणाम भी समय से घोषित किए जाए। कर्ण ने अपने वक्तव्य में कहा की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने अपने कार्य को आसान करने के लिए ERP सिस्टम को लाया गया था लेकिन उसके बाद से विश्वविद्यालय के परिणामों में खामियां देखने को मिलती हैं। जब से ERP को लाया गया है तब से प्रदेश के छात्रों को अनेक समस्याओं का सामना करने पड़ रहा है। इस वजह से कुछ छात्रों के 2-2 वर्ष परिणाम की प्रतीक्षा में निकल जाते हैं।

 

 

विद्यार्थी परिषद ने अपनी मांग में बताया की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला पहाड़ी क्षेत्र में स्थित होने के कारण से भारत के सर्द स्थानों में आता है जिस कारण से इस क्षेत्र में बर्फ भारी होना भी स्भाविक है ऐसे में छात्रों को ठंड के मौसम में पुस्तकालय में बैठ कर शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है जिस से छात्रों को सर्दियों के समय में पढाई जारी रखना मुश्किल हो जाता है इसलिए विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह करती है की केंद्रीय पुस्तकालय में हीटर्स का प्रावधान किया जाए जिससे छात्र ठंड के समय में भी अपनी पढ़ाई निरंतर जारी रख सकें।

 

 

विद्यार्थी परिषद विवि प्रशासन से मांग करती है की इन सभी छात्र मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और प्रदेश के छात्रों को परेशान करना बंद करे यदि विद्यार्थी परिषद की इन मांगों को समय रहते पूरा नहीं किया गया तो परिषद विवि प्रशासन के विरूद्ध कड़ा संज्ञान लेते हुए उग्र आंदोलन करने से कोई गुरहेज नही करेगी और इसका जीमेदार प्रशासन स्वयं होगा।