एबीवीपी ने भाग्यनगर रैली में हजारों विद्यार्थियों ने तेलंगाना के विकास के लिए एकजुट होने का किया आह्वान

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

 

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शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आह्वान पर तेलंगाना के सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में तेलंगाना के 33 जिलों के बारह सौ से अधिक महाविद्यालयों के 86340 विद्यार्थियों ने तेलंगाना में विद्यार्थियों व युवाओं से संबंधित विभिन्न समस्याओं के समाधान की मॉंग की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इस ऐतिहासिक सभा के माध्यम से तेलंगाना के युवाओं ने फीस विनियम एक्ट लागू करने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के राज्य में क्रियान्वयन, शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति बकाया का लंबित 5,300 करोड़ भुगतान करने, समाज कल्याण छात्रावासों और गुरुकुलों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने आदि मांगे की हैं।

अभाविप की ‘कदना भेरी’ सभा द्वारा तेलंगाना में टीएसपीएससी के पुनर्गठन और सुदृढ़ीकरण किए जाने, राज्य सरकार के अंतर्गत विभिन्न विभागों में 1.91 लाख रिक्तियां शीघ्र भरने, तेलंगाना के सभी विश्वविद्यालय की भूमि सुरक्षित हो आदि मॉंगे भी रखी गई हैं। वर्तमान में तेलंगाना की भ्रष्ट सरकार ने आम जनमानस की आवश्यकताओं को पूरी तरह से भुला दिया है और राज्य के निवासी वर्तमान सरकार से नाउम्मीद हो चुके हैं।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि, “तेलंगाना में हजारों विद्यार्थियों ने आज राज्य में शैक्षिक समस्याओं के समाधान की मॉंग की है। , आज अभाविप की रैली में युवा शक्ति की हुंकार ने राज्य सरकार को चेता दिया है कि युवाओं के मुद्दों को राज्य में नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। राज्य के सरकारी स्कूलों व महाविद्यालयों की स्थिति दयनीय है और शिक्षा व्यवस्था शिक्षा माफियाओं के कारनामों से त्रस्त समाधान की जगह केसीआर झूठे विज्ञापनों पर राज्य के करदाताओं का पैसा व्यर्थ कर रहे हैं। राज्य में बेरोज़गारी चरम पर है तथा विकास के सभी मोर्चे दरक रहे हैं। राज्य की दयनीय स्थिति में सुधार करने की दिशा में वर्तमान सरकार के कोई प्रयास नहीं दिखाई देते हैं। राज्य में विद्यार्थी छात्रवृत्ति न मिलने से परेशान हैं, इस स्थिति में सुधार के लिए कोई प्रयास नहीं दिखाई पड़ते।”

अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री  आशीष चौहान ने कहा कि, “तेलंगाना में प्रगति का मतलब के. चन्द्रशेखर राव के परिवार की प्रगति से है, राज्य की प्रगति से इसका कोई संबंध नहीं। वर्तमान का तेलंगाना शिक्षा, स्टार्ट अप, आईटी सहित विभिन्न सेक्टरों में लगातार पिछड़ रहा है, और इसकी जिम्मेदार पूरी तरह से राज्य सरकार की नीतियां हैं। राज्य सरकार के भ्रष्टाचार से तेलंगाना में विकास रूक गया है‌।”

अभाविप के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री  एस. बालकृष्ण ने कहा कि, “तेलंगाना में निम्नस्तरीय राजनीति को छोड़ विकास की राजनीति को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, जिससे राज्य में खुशहाली आ सके‌। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में लाखों की संख्या में रिक्तियां हैं जिसके कारण कामकाज तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही युवाओं में भी इन रिक्तियों को न भरे जाने के कारण रोष है‌। राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी विभागों की नियुक्तियां मिशन मोड पर भरी जाएं।”
अभाविप तेलंगाना की प्रदेश मंत्री कुमारी झांसी ने कहा कि, “तेलंगाना के युवाओं के लिए रोजगार की समस्या बहुत बड़ी है। राज्य सरकार परीक्षाओं का आयोजन ठीक ढंग से नहीं करवा पा रही है, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में पूर्व में जब पेपर लीक की घटना व रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन हुआ तो समस्याओं के समाधान की जगह राज्य सरकार ने पुलिसिया दमन से अपनी नाकामियों को छुपाने का प्रयास किया। आज प्रदेश का युवा राज्य सरकार की विफलताओं से बहुत परेशान है, के. चन्द्रशेखर राव की विफलताओं के कारण राज्य की शिक्षा व्यवस्था रसातल में पहुंच चुकी है। आज ‘कदना भेरी’ ने युवाओं व विद्यार्थियों की विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है, राज्य सरकार को प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की दुरूस्त करने के लिए मजबूत कदम उठाने होंगे।”